नंदन डेनिम लिमिटेड उच्च-गुणवत्ता वाले स्ट्रेच डेनिम कपड़े का एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता, बांग्लादेश में राजनीतिक उथल-पुथल के कारण वैकल्पिक मेनूफेक्चरिंग केंद्रों की ओर एक उल्लेखनीय बदलाव देख रहा है। अपनी मजबूत मेनूफेक्चरिंग क्षमताओं के लिए जाने जाने वाले भारत के कपड़ा केंद्र इस बदलाव के प्रमुख लाभार्थी के रूप में उभर सकते हैं। पुनर्संरचित सप्लाई चेन का संभावित लाभ सतत और पारदर्शी स्रोत प्रथाओं पर जोर देने वाले व्यापक रुझानों के साथ मेल खाता है। जिन क्षेत्रों में अच्छी इन्फ्रास्ट्रक्चर और मजबूत अनुपालन तंत्र हैं, उन्हें काफी फायदा हो सकता है।
2025 तक, प्रमुख बाजारों जैसे संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोप और मध्य पूर्व में बढ़ती मांग से प्रेरित होकर, कपड़ा उद्योग में निर्यात में उल्लेखनीय वृद्धि देखने की उम्मीद है। भारत का कपड़ा निर्यात 2025 तक 45 बिलियन डॉलर तक पहुँचने का अनुमान है, जो 2020 में 38 बिलियन डॉलर के आंकड़े से अधिक है। यह वृद्धि भारत की प्रतिस्पर्धी मेनूफेक्चरिंग लागत, कुशल श्रम शक्ति और अपनी निर्यात-अनुकूल नीतियों को मजबूत करने के प्रयास से प्रेरित है।
इससे पहले, कंपनी ने वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही ओर पहली छमाही के लिए शानदार वित्तीय परिणाम घोषित किए थे । 30 सितंबर, 2024 को समाप्त तिमाही (स्वतंत्र) के लिए, परिचालन से राजस्व 82025.08 लाख रुपये पर बताया गया था जो साल दर साल 105% की वृद्धि दर्शाता है। एबिटा में 12% की सालाना वृद्धि हुई, जो 3446.55 लाख रुपये (Q2FY25) हो गई। शुद्ध लाभ में 7% की सालाना वृद्धि हुई, जो 820 लाख रुपये (Q2FY24) से बढ़कर 877.75 लाख रुपये (Q2FY25) हो गई।