कोलकाता: बिरला कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने मध्य प्रदेश में अपने परिचालन में फ्लाई ऐश के परिवहन के लिए दूसरा बीटीएपी (एल्यूमिना पाउडर के लिए बोगी टैंक वैगन) रैक शामिल किया है। यह कंपनी के संचालन की दक्षता में सुधार करते हुए कंपनी की सस्टेनेबिलिटी पहल से जुड़ा है, जो कि सभी हितधारकों के लिए सस्टेनेबल संचालन के लिए एक निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाता है। बिरला कॉर्पोरेशन देश का एकमात्र आर्गेनाइजेशन है जिसके पास फ्लाई ऐश परिवहन के लिए बीटीएपी अनलोडिंग सुविधा है।
प्रत्येक बीटीएपी रैक में लगभग 3,000 टन फ्लाई ऐश परिवहन करने की क्षमता होती है जो प्रति माह 600 से अधिक रोड़ बल्कर गतिविधियों को अंजाम देती है, जिससे न केवल प्रदूषण कम होता है बल्कि ईंधन-कुशल तरीके से फ्लाई ऐश का परिवहन भी होता है।
फ्लाई ऐश को एक पर्यावरणीय खतरा माना जाता है, लेकिन जब पोर्टलैंड सीमेंट के साथ मिक्स के तौर पर एक पूरक सीमेंट सामग्री के रूप में उपयोग किया जाता है, तो यह हाइड्रोलिक या पॉजोलानिक एक्टिविटी या दोनों के माध्यम से कठोर कंक्रीट की क्वालिटीज में योगदान देता है। इस तरह यह कंक्रीट के कार्बन फुटप्रिंट को कम कर सकता है, जबकि इसकी ताकत और कार्यकुशलता को बढ़ा सकता है।
आमतौर पर सीमेंट फैक्ट्रियों में फ्लाई ऐश को खुली जगह पर फेंक दिया जाता है। पर्यावरणीय खतरों को कम करने के लिए मध्य प्रदेश में कंपनी के मैहर यूनिट में एक समर्पित अनलोडिंग सुविधा स्थापित की गई है, जो भारत में अपनी तरह की पहली है। यह कंपनी के एसडीजी लक्ष्यों के साथ-साथ दिल और ताकत के उसके वर्ककल्चर को ध्यान में रखते हुए है।