
जोधपुर, दिव्यराष्ट्र/ जीत मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (जेएमसीएच), जोधपुर में पांच दिवसीय निशुल्क सर्जरी एवं कृत्रिम अंग शिविर का आयोजन किया गया। इंटरनेशनल सोसायटी फॉर ह्यूमन वेलफेयर एंड रिहेबिलिटेशन (ईश्वर), नई दिल्ली तथा केबीएच के सहयोग से आयोजित इस शिविर में ऑस्ट्रिया के विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा 16 बच्चों के पैरों व टखनों की निशुल्क सर्जरी की गई। हाथ व पैरों की जन्मजात समस्याओं से ग्रस्त ये बच्चे अब सीधे खड़े होकर व चलकर सामान्य जीवन जी सकेंगे।
इस शिविर में ऑस्ट्रिया के अंतरराष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञों द्वारा सेवाएं दी गई, जिनमें ऑस्ट्रिया के फुट एंड एंकल सेंटर के प्रमुख प्रो. डॉ. अर्न्स्ट ऑर्थनर, फुट एंड एंकल सर्जरी के प्रमुख चिकित्सक डॉ. डर्क फ्रैंक थुएमलर और फुट क्लिनिक अपर ऑस्ट्रिया की सह-संस्थापक एवं एडमिन हेड वेरोनिका गैटरमायर शामिल थे। इस शिविर का उद्देश्य असमर्थ बच्चों के उन्नत उपचार और देखभाल को और अधिक बेहतर बनाना था। आगामी अप्रैल माह में फिर से यह शिविर लगाया जाएगा।
जेएमसीएच की चिकित्सा अधीक्षक डॉ. रंजना माथुर ने बताया कि ऑस्ट्रिया के इन विशेषज्ञों की टीम ने जेएमसीएच के डॉक्टरों के साथ फुट व एंकल सर्जरी के संबंधित नवीनतम तकनीकों, उपचार पद्धतियों और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनाए जा रहे मानकों की जानकारी भी साझा की। गत दिनों आयोजित एक कैंप में करीब 50 बच्चों की स्क्रीनिंग कर इन 16 बच्चों का सर्जरी के लिए चयन किया गया। इनमें से कुछ बच्चों को जरूरत के आधार पर कृत्रिम अंग भी लगाए गए। जेएमसीएच के प्रिंसिपल डॉ. दीपक वर्मा ने बताया कि जेएमसीएच हमेशा से स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने और वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। इस तरह का अंतरराष्ट्रीय सहयोग से बच्चों के उपचार की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के साथ—साथ डॉक्टरों व मेडिकल स्टाफ को विश्व स्तरीय विशेषज्ञता के बारे में जानने का अवसर मिलता है।





