जयपुर: भारत के अग्रणी एसएफबी, एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक (एयू एसएफबी) ने जमीनी स्तर के समुदायों की 150 से अधिक महिला उद्यमियों (एंटरप्रेन्योर) के साथ एक जीवंत कार्यक्रम आयोजित करके अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया। इस आयोजन का उद्देश्य था नारीत्व की भावना का सम्मान करना और एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक की सीएसआर पहल, एयू उद्योगिनी के माध्यम से उद्यमशीलता में महिलाओं की उपलब्धियों को पहचान दिलाना।
संजय एंड ज्योति अग्रवाल फाउंडेशन की संस्थापक श्रीमती ज्योति अग्रवाल; राजस्थान प्रशासनिक सेवा (आरएएस) अधिकारी डॉ. प्रीति शर्मा; और श्रीमती अंजू टिबरेवाल इस कार्यक्रम के विशिष्ट मुख्य अतिथि रहे। इस आयोजन में भाग लेने वाली महिलाओं ने फैशन शो सहित कई रोमांचक गतिविधियों से भरे दिन का आनंद उठाया। खुशी और सौहार्द से भरे इस कार्यक्रम में मौजूद महिलाओं को प्रेरणा देने वाली महिला मुख्य अतिथियों से मार्गदर्शन हासिल करने का एक अनूठा अवसर मिला। एक दिन के इस कार्यक्रम में 150 से अधिक महिलाओं ने भाग लिया, जिनमें से कई ने अपनी प्रेरणादायक कहानियां भी वहां मौजूद लोगों के साथ साझा कीं। इस खास मौके पर संजय एंड ज्योति अग्रवाल फाउंडेशन की संस्थापक श्रीमती ज्योति अग्रवाल ने महिला उद्यमियों की सराहना की। उन्होंने कहा, “इन महिलाओं की इच्छाशक्ति और दूसरों को प्रभावित करने वाली ऊर्जा वास्तव में उनके सशक्तिकरण को प्रदर्शित करती है। मुझे यकीन है कि इस सशक्तिकरण ने उनके जीवन को बदलने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जब उन्होंने अपने परिवारों को आर्थिक रूप से सहयोग करना शुरू किया। मुझे यह जानकर प्रसन्नता है कि कार्यक्रम में स्वयं सहायता समूहों की 2300 से अधिक महिला सदस्य और 780 व्यक्तिगत महिला उद्यमी शामिल हैं, जिन्होंने न सिर्फ अपने खुद के बिजनेस शुरू किए है, बल्कि कमाई कर अपने परिवारों को आर्थिक रूप से सपोर्ट भी कर रही हैं। इस कार्यक्रम ने स्थानीय समुदायों का समर्थन करके और महिलाओं के आर्थिक स्वावलंबन को बढ़ाकर सतत विकास को बढ़ावा दिया है।”
आयोजन में एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक के सीएसआर कार्यक्रम- एयू उद्योगिनी की कई महिला लाभार्थियों को उद्यम रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट भी वितरित किए गए। अक्टूबर 2020 में लॉन्च की गई, एयू उद्योगिनी ने शुरुआत में कोविड-19 महामारी के दौरान प्रभावित दैनिक वेतन भोगी परिवारों की महिलाओं के लिए उद्यमिता के अवसर पैदा करने पर ध्यान केंद्रित किया। तब से इस कार्यक्रम ने ग्रामीण राजस्थान में पिछड़ी और गरीब महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए अपना दायरा बढ़ाया है, जिससे उनकी पारिवारिक आय में बढ़ोतरी हुई। यह पहल जीवन स्तर को बढ़ाकर मानव विकास सूचकांक में भारत की रैंकिंग में सुधार करने की नीति आयोग की महत्वाकांक्षी योजना के अनुरूप है और इसे नीति आयोग द्वारा परिभाषित आकांक्षी जिलों में क्रियान्वित किया जा रहा है। एयू उद्योगिनी में समुदाय-आधारित उद्यमों को बढ़ावा देने, स्वयं सहायता समूहों का निर्माण करने और स्वतंत्र बिजनेस स्थापित करने में महिला उद्यमियों का समर्थन करने के लिए समर्पित तीन प्रमुख पहल शामिल हैं: · खेजड़ी महिला उत्पादक कंपनी, मां अन्नपूर्णा मसाला ब्रांड: महिलाओं के नेतृत्व वाला एक सामुदायिक उद्यम जो गुणवत्तापूर्ण मसाले और शुद्ध सरसों का तेल वितरित करने पर केंद्रित है। 110 महिलाओं की सहायता के लिए 8 केंद्र स्थापित किए गए हैं।
· निर्झरी महिला कारीगर निर्माता कंपनी: एक निर्माता कंपनी के रूप में रजिस्टर, इस पहल में महिलाएं घरेलू साज-सज्जा, परिधान, सिलाई कार्य और रीसाइकिल पेपर प्रोडक्ट आदि बनाने में शामिल हैं।
· व्यक्तिगत महिला उद्यमशिलता पहल: ब्यूटी पार्लर, कॉस्मेटिक दुकानें, किराना स्टोर, आटा मिलें आदि जैसे छोटे बिजनेस शुरू करने के लिए प्रारंभिक पूंजी के माध्यम से महिलाओं को सहायता प्रदान करना।