नई दिल्ली, दिव्यराष्ट्र/ दिल्ली में आयोजित छठे राष्ट्रीय सम्मेलन ऑन क्रिटिकल केयर एंड इंफेक्शंस इन लिवर डिज़ीज़ (CCILBS 2025) में अमृता इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, फरीदाबाद के हेपेटोलॉजी विभाग की दो पीएचडी स्कॉलर्स ने शानदार प्रदर्शन कर शीर्ष स्थान हासिल किया। 26–27 अप्रैल को द ग्रैंड, वसंत कुंज में इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बिलियरी साइंसेज (ILBS) द्वारा आयोजित इस प्रतिष्ठित सम्मेलन में सुश्री गौरीप्रिया नायर ने मौलिक शोध पत्र की मौखिक प्रस्तुति में प्रथम पुरस्कार और सुश्री आरथी वेणु ने तीसरा पुरस्कार जीता।दोनों शोधार्थियों ने अपने अनुसंधान कार्य को डॉ. अरुण के. वालसन के मार्गदर्शन में प्रस्तुत किया, जिनके साथ डॉ. सुधींद्रन एस, डॉ. प्रिया नायर, डॉ. जुबैर मोहम्मद और डॉ. रजत ने भी मेंटर के रूप में अहम भूमिका निभाई।
ज्ञात हो कि अमृता इंस्टिट्यूट का हेपेटोलॉजी विभाग देश के उन चुनिंदा केंद्रों में शामिल है, जो न केवल गंभीर लिवर रोगियों के इलाज में अग्रणी है, बल्कि लीवर डिजीज क्षेत्र में अत्याधुनिक शोध कार्यों को भी निरंतर बढ़ावा दे रहा है।
इस उपलब्धि ने एक बार फिर साबित कर दिया कि भारत के चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान संस्थानों में अमृता का स्थान सर्वोच्च है।