वस्त्र दान की मुहिम को आगे बढ़ा रहे हैं रेमंड और गूंज फाउंडेशन
मुंबई, दिव्यराष्ट्र/: समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने के संकल्प को दोहराते हुए रेमंड ने एक बार फिर गूंज के साथ मिलकर अपने वार्षिक गारमेंट एक्सचेंज अभियान ‘लुक गुड फील गुड’ के 2025 संस्करण की शुरुआत की है। इस साल इस अभियान से अभिनेता और परोपकारी सोनू सूद जुड़े हैं, जो इस संदेश को मजबूत बनाने में मदद करेंगे कि कपड़े, जब सोच-समझकर किसी और को दिए जाते हैं, तो वे उसके जीवन में गरिमा वापस ला सकते हैं। गारमेंट एक्सचेंज प्रोग्राम बीते वर्षों में लगातार व्यापक होता गया है। यह पहल लोगों को प्रेरित करती है कि वे अपने उपयोग लायक, लेकिन अब ज़रूरत न होने वाले कपड़े दान करें। हर ग्राहक को दान किए गए कपड़ों की संख्या के आधार पर अधिकतम 15 सिलाई वाउचर मिल सकते हैं, जिन्हें वे रेमंड स्टोर पर खरीदे गए कपड़े की सिलाई में उपयोग कर सकते हैं।
यह पहल 4 जुलाई से शुरू होकर 27 जुलाई तक जारी रहेगी। इस दौरान ग्राहक अच्छे हालात में मौजूद कपड़े दान कर सकते हैं और ‘देने की खुशी’ का अनुभव कर सकते हैं। ये कपड़े फिर रेमंड के साझेदार गूंज के सर्कुलरिटी सेंटरों में भेजे जाएंगे, जहां उन्हें प्रोसेस किया जाएगा और प्रदान की जाने वाली सामग्री किट का हिस्सा बनाया जाएगा। ये किट ग्रामीण समुदायों को उनके द्वारा जल स्रोतों के पुनर्जीवन से लेकर बांस के पुलों के निर्माण जैसे विकास कार्यों में दिए गए योगदान के बदले गरिमामय इनाम के रूप में दी जाएंगी।
परितोष तिवारी, रेमंड लाइफस्टाइल लिमिटेड के ने कहा,“लुक गुड फील गुड” सिर्फ एक अभियान नहीं, बल्कि हमारे मूल्यों का प्रतिबिंब है। हर एक दान किया गया वस्त्र किसी और की ज़िंदगी का हिस्सा बन सकता है। लोगों के सहयोग ने यह साबित किया है कि वे योगदान देना चाहते हैं उन्हें बस एक भरोसेमंद मंच चाहिए। गूंज के साथ हमारा सहयोग यही मंच प्रदान करता है।”
अंशु गुप्ता, संस्थापक-गूंज फाउंडेशन ने कहा,”रेमंड के साथ गूंज की भागीदारी कई मायनों में अनोखी और महत्वपूर्ण रही है। इस अभियान की लगातार बढ़ती सफलता यह दिखाती है कि जब लोगों को किसी बड़े उद्देश्य के लिए योगदान देने का अवसर मिलता है, तो वे आगे आते हैं। गूंज में हम पिछले दो दशकों से यह सोच बदलने का प्रयास कर रहे हैं कि पुराने कपड़े सिर्फ कचरा नहीं, बल्कि गरिमा, विकास और जलवायु संरक्षण में अहम योगदान दे सकते हैं। हमें उम्मीद है कि रेमंड के साथ यह साझेदारी भविष्य में और भी गहराई से समाज में सकारात्मक बदलाव लाएगी।”
पिछले कुछ वर्षों में ‘लुक गुड फील गुड’ अभियान को जनता से भारी समर्थन मिला है। 2024 में 4 लाख से ज़्यादा कपड़े एकत्र किए गए। महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली जैसे राज्यों में सबसे अधिक भागीदारी देखी गई, और रेमंड को उम्मीद है कि इस बार लोगों में सचेत उपभोग और सामाजिक जिम्मेदारी की बढ़ती जागरूकता के साथ यह रुझान और बढ़ेगा।