
कैरी से बढ़ रही है उसकी दूरी
मुंबई, दिव्यराष्ट्र/सोनी सब का पसंदीदा शो ‘उफ़्फ़… ये लव है मुश्किल’ अपने दर्शकों को भावनाओं, ड्रामे और युग (शब्बीर अहलूवालिया), कैरी (आशी सिंह) और लता (ऋदिमा पंडित) के उलझे रिश्तों के ताने-बाने से बांधे हुए है। हाल के एपिसोड्स में युग की मां मायरी (सुप्रिया शुक्ला) अपनी सर्जरी के बाद पूरे परिवार को बातचीत के लिए बुलाती हैं और युग की पूर्व पत्नी लता से युग के साथ गृह प्रवेश करने के लिए कहती हैं।
आने वाले एपिसोड्स में, युग खुद को दो महिलाओं के बीच बंटा हुआ पाता है—लता, जिसे मायरी लगातार उसकी ओर धकेलती रहती हैं, और कैरी, जो हर मुश्किल घड़ी में चुपचाप उसके परिवार के साथ खड़ी रही है। महिलाओं के प्रति उसकी नाराज़गी गहरी है, फिर भी युग मानता है कि कैरी की शांत शक्ति और अटूट सहयोग ने उसके दिल को छुआ है। दूसरी ओर, मायरी अपनी कैरी के प्रति नापसंदगी बिल्कुल नहीं छुपातीं। कभी उसे बाहरी मानकर दूर कर देना, तो कभी पूरे परिवार के सामने अपमानित करना—मायरी ने युग से कैरी को दूर रखने के लिए साफ सीमाएं खींच दी हैं। यहां तक कि गणपति में भी, जब कैरी श्रद्धा से अपने घर गणपति बप्पा लाती है, तो मायरी सार्वजनिक रूप से उसके भाव को अस्वीकार कर देती हैं, जिससे कैरी का दिल टूट जाता है और युग गहरी उलझन में पड़ जाता है।
भावनाएं उफान पर हैं और युग अपने जीवन की सबसे बड़ी दुविधा से जूझ रहा है—क्या वह मायरी की इच्छा मानकर लता को पत्नी के रूप में स्वीकार करे, या अपने दिल और घर में कैरी को जगह दे?
शो में कैरी शर्मा का किरदार निभा रहीं आशी सिंह ने कहा, “कैरी की यात्रा हमेशा से उसकी शांत शक्ति और बिना शर्त प्रेम के इर्द-गिर्द रही है, भले ही उसके आस-पास की दुनिया इसे स्वीकार न करे। आने वाले एपिसोड्स में दर्शक देखेंगे कि किस तरह उसकी निष्ठा की परीक्षा होगी, खासकर तब जब मायरी बार-बार उसे ठुकराएंगी। इन पलों को खास बनाता है यह कि भावनात्मक दर्द के बावजूद कैरी युग और उसके परिवार की परवाह करना नहीं छोड़ती। मुझे लगता है कि दर्शक उसकी दृढ़ता, और प्रेम, विश्वास और उम्मीद को थामे रहने के तरीके से गहराई से जुड़ेंगे।”
सोनी सब पर उफ़्फ़… ये लव है मुश्किल देखें, सोमवार से शनिवार रात 8 बजे