मुंबई,, दिव्यराष्ट्र/ स्टारप्लस का पॉपुलर शो ‘अनुपमा’ ने जिस तरह से मजबूती, हौसले और खुद की पहचान की कहानी को दिखाया है, उसने लोगों के दिलों में खास जगह बना ली है। इस शो की जान हैं रूपाली गांगुली, जो अनुपमा के किरदार को बड़े ही सादगी और सच्चाई से जीती हैं। स्क्रीन के बाहर भी रूपाली की ज़िंदगी प्यार, परिवार और मकसद से जुड़ी हुई है। वो अक्सर अपने पति अश्विन और बेटे रुद्रांश का ज़िक्र बड़े प्यार से करती हैं। यही दो लोग उनके सबसे बड़े सपोर्ट सिस्टम हैं। इन्हीं की वजह से रूपाली को मां बनने की खुशी खुलकर जीने को मिली और फिर जब उन्होंने एक्टिंग में वापसी की, तो पहले से भी ज्यादा मजबूत और प्रेरित होकर की।
इस बारे में बात करते हुए रूपाली गांगुली उर्फ अनुपमा कहती हैं, “एक मां के लिए उसके बच्चे और परिवार ही सबसे पहले होते हैं, मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ… मां बनने की जो अनमोल खुशी होती है, वो इतनी गहरी थी कि मैंने तय कर लिया था कि रुद्रांश के बचपन के हर पल को पूरी तरह जीऊं… वही मेरी दुनिया थी, मेरा परिवार, और मैं उसमें पूरी तरह खुश और संतुष्ट थी। फिर ‘अनुपमा’ मेरी ज़िंदगी में आई और उस एक्ट्रेस को फिर से जगा दिया जो कहीं शांत बैठी थी। किसी भी औरत को अपने सपनों को उड़ान देने के लिए उसका परिवार और उसका पति ही सबसे बड़ा सहारा होता है। मेरे लिए अश्विन और रुद्रांश वही ताकत बने… उन्हीं की वजह से मैं राजनजी की सोच को पर्दे पर उतारने का हौसला जुटा पाई। जैसे मैं हमेशा कहती हूं, ‘अनुपमा’ उनकी यात्रा है, और मैं खुद को खुशकिस्मत मानती हूं कि उन्होंने मुझे उस रास्ते पर चलने के लिए चुना।”
वो आगे कहती हैं, “इन दोनों ने मुझे ‘अनुपमा’ बनने की हिम्मत दी… और अब जब मैं उसे एक नए सफर पर लेकर जा रही हूं, हमारी करमभूमि और मेरी जन्मभूमि मुंबई, तो ये सफर और भी खास हो गया है। ये कहानी है खुद को ढूंढने की… खुद से प्यार करना सीखने की। शायद इस बार अनुपमा अपनी निस्वार्थता को थोड़ा पीछे छोड़ेगी, लेकिन फिर भी खुदगर्ज नहीं बनेगी। ये उस मोड़ की तरह है जहां रास्ता खत्म होता दिखता है, लेकिन पहचान नहीं खोती। मैं बहुत खुश हूं और बेहद उत्साहित भी कि इस नए चैप्टर को पढ़ूं और जिऊं… शायद इस बार अनुपमा को वो मिल जाए, जिसे वो हमेशा ढूंढती रही है – खुद को।”
क्या अनुपमा अब खुद को ढूंढ पाएगी? देखिए अनुपमा की नई कहानी, 4 जून से हर रात 10 बजे, सिर्फ़ स्टार प्लस पर।