इस्कान बैंगलोर के 25 वर्षों के संघर्ष की ऐतिहासिक विजय
जयपुर,, दिव्यराष्ट्र/आखिर वो सुनहरा अवसर आ ही गया जिसका पूरे विश्व में श्रील प्रभुपाद के भक्तों को बेसब्री से इंतज़ार था|। शुक्रवार का दिन इस्कान बैंगलोर के 25 वर्षों के संघर्ष की विजय गाथा का ऐतिहासिक दिवस है क्योंकि आज सुप्रीम कोर्ट ने विश्व गुरु श्रील प्रभुपाद को ही एकमात्र इस्कान आचार्य घोषित किया है|
गौरतलब है की विगत 25 वर्षों से इस्कान बैंगलोर के भक्त श्रील प्रभुपाद को ही एकमात्र इस्कान आचार्य घोषित करने के लिए लम्बा कानूनी संघर्ष कर रहे थे, सुप्रीम ने इस पर आज अपना आखिरी फैसला इस्कान बैंगलोर के भक्तों के पक्ष में किया| इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने घोषणा की, कि बैंगलोर स्थित-इस्कान हरे कृष्ण हिल मंदिर -इस्कान बैंगलोर संस्था का है, न कि इस्कान-मुंबई का।
मधु पंडित दास, अध्यक्ष इस्कान बैंगलोर व चेयरमैन, अक्षय पात्र फाउंडेशन ने कहा: “यह संघर्ष उन लोगों के विरुद्ध था जो स्वयं को श्रील प्रभुपाद का उत्तराधिकारी बताते हुए दीक्षा देने लगे। इस्कान -बैंगलोर ने सदैव यह मत रखा कि सभी भक्त श्रील प्रभुपाद के शुद्ध शिष्य हैं और वही इस्कान के शाश्वत आचार्य हैं। इस निर्णय ने हमारे इस सत्य को न्यायिक पुष्टि प्रदान की है।”
जयपुर के गुप्त वृन्दावन धाम में इस्कान बैंगलोर की ऐतिहासिक विजय के उपलक्ष्य में भक्तों ने महा उत्सव का आयोजन किया जिसमे महा हरिनाम संकीर्तन और इस्कान आचार्य श्रील प्रभुपाद की आरती विशेष रहे|