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राजस्थान में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और समग्र विकास के सशक्त केंद्र बन रहे हैं पीएमश्री विद्यालय

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– पीएमश्री योजना में चयन के लिए स्कूलों के आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ी, अब 27 मार्च तक कर सकेंगे आवेदन, जिला स्तर से सत्यापन 28 मार्च तक

जयपुर। दिव्यराष्ट्र/ नई शिक्षा नीति-2020 के अंतर्गत विकसित विद्यालय, जहां नवाचार, तकनीक और संस्कार के साथ उच्च गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलती है, वह है पीएमश्री विद्यालय। भारत सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक पहल के रूप में पीएमश्री विद्यालय (प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया) योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना के अंतर्गत देशभर में ऐसे उत्कृष्ट विद्यालय विकसित किए जा रहे हैं, जो गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए अनुकरणीय विद्यालय के रूप में विकसित केंद्र बनें। राजस्थान में भी पीएमश्री विद्यालय योजना शिक्षा के क्षेत्र में नया अध्याय जोड़ रही है। पीएम श्री स्कूल में 21वीं सदी के कौशल को विकसित करने पर जोर दिया जाता है, जिसमें संवैधानिक मूल्य, भारत का ज्ञान आलोचनात्मक सोच, समस्या समाधान, डिजिटल साक्षरता और प्रभावी संचार जैसे कौशल शामिल हैं, ताकि छात्र आधुनिक दुनिया के लिए तैयार हो सकें। साथ ही पीएम श्री स्कूलों में, शिक्षा को बेहतर बनाने और बच्चों के लिए एक समावेशी वातावरण बनाने के लिए, आवश्यक संसाधन उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। ग्रीन स्कूल अवधारणा को यथार्थ रूप देने के लिए सौलर पैनल, किचन गार्डन स्थापित किए जा रहे हैं। विद्यार्थियों व शिक्षकों में नवाचार, विचार व उद्यमिता को बढ़ाने के लिए वर्कशॉप, बूटकेम्प आदि का आयोजन किया जाता है। प्रधानाचार्य व शिक्षकों को राष्ट्रीय स्तर के तकनीकी संस्थानों में प्रशिक्षित किया जाता है।

पढ़ाई-लिखाई तक सीमित नहीं हैं पीएमश्री*

पीएमश्री विद्यालय केवल पढ़ाई-लिखाई तक सीमित नहीं हैं, बल्कि यहां विद्यार्थियों को नैतिक शिक्षा, जीवन कौशल,पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता और संस्कारों की भी शिक्षा दी जाती है। विद्यार्थियों को राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर के विषय विशेषज्ञों द्वारा परामर्श प्रदान किया जाता है। पढ़ाई के साथ-साथ आधुनिक तकनीक, सांस्कृतिक धरोहर, वैभवशाली इतिहास की जानकारी एक्सपोजर विजिट के माध्यम से रोचक तरीके से प्रदान की जाती प्रदेश के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में चयनित विद्यालयों को अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित कर अनुकरणीय विद्यालय के रूप में विकसित किया जा रहा है। ये विद्यालय स्मार्ट क्लासरूम, आईसीटी लैब्स, अटल लैब्स, अत्याधुनिक विज्ञान और गणित प्रयोगशालाएं, समृद्ध पुस्तकालय, खेलकूद के मैदान और डिजिटल लर्निंग जैसे संसाधनों से परिपूर्ण हैं ताकि ग्रामीण और दूरस्थ अंचलों के बच्चों को भी उत्कृष्ट और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुलभ हो सके। है। राजस्थान में भी पीएमश्री विद्यालय योजना शिक्षा के क्षेत्र में नया अध्याय जोड़ रही है। इसका उद्देश्य ऐसे विद्यार्थी तैयार करना है, जो कि 21 वीं सदी की चुनौतियों के लिए तैयार रहे तथा प्रत्येक विद्यार्थी आत्मनिर्भर बनकर राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभाए।

पीएम श्री स्कूलों का चयन “चैलेंज मोड” के माध्यम से होता है*

राजकीय विद्यालयों की भौतिक अवसंरचना, नामांकन, पृथक-पृथक शौचालय, स्टॉफ की उपलब्धता आदि कुछ न्यूनतम अर्हताओं वाले विद्यालयों का यूडाइस डेटा के आधार पर विद्यालयों का चयन शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा बैंचमार्क विद्यालय के रूप में किया जाता है। बैंचमार्क विद्यालयों द्वारा पीएमश्री पोर्टल पर योजना में चयन हेतु आवेदन किए जाते हैं। पीएम श्री स्कूलों का चयन “चैलेंज मोड” या पारदर्शी चुनौतीपूर्ण पद्धति के माध्यम से होता है। शहरी क्षेत्र के 70 प्रतिशत व ग्रामीण क्षेत्र में 60 प्रतिशत अंक प्राप्त विद्यालयों का जिला नोडल अधिकारी द्वारा सत्यापन उपरांत राज्य स्तर पर अनुमोदन पश्चात् अंतिम चयन शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा किया जाता है।

प्रदेश में फिलहाल 639 पीएमश्री विद्यालय*

वर्तमान में राज्य में 639 पीएमश्री विद्यालय संचालित हैं। पीएमश्री योजना में आवेदन की अंतिम तिथि को फिलहाल बढ़ाकर 27 मार्च कर दिया गया है। चयन के लिए राज्य के पात्र बेंचमार्क विद्यालयों द्वारा पीएमश्रीस्कूल.एजुकेशन.गो.इन पर ऑनलाइन आवेदन किया जा रहा है। जिला नोडल अधिकारी द्वारा सत्यापन करने की अंतिम तिथि 28 मार्च है। अंतिम चयन भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा किया जाएगा।

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