दिव्यराष्ट्र, जयपुर: भारत के एकमात्र ट्रू ई-कॉमर्स बाजार, मीशो ने अपने दावे की प्रक्रियाओं में परिवर्तन किया है, जिससे विक्रेताओं को सशक्त बनाने और पारदर्शिता लाने के की इसकी प्रतिबद्धता स्पष्ट होती है। इन परिवर्तनों द्वारा तेजी से शिकायत निवारण, विकसित जाँच, और सक्रिय उपाय संभव हो सकेंगे, जिससे विक्रेता समुदाय में विश्वास स्थापित होगा। मीशो ने मई, 2024 से अपनी क्लेम अनुमोदन प्रक्रिया में काफी सुधार किया है जिससे ज्यादातर मामलों में शिकायत निवारण में लगने वाला समय 70 प्रतिशत कम हो गया है। इस सुधार से विक्रेताओं को ज्यादा तेजी से समाधान मिले हैं और 3.4मिलियन वास्तविक दावों को मंजूरी मिल गई है। इससे सभी हितधारकों के लिए एक ज्यादा प्रभावशाली एवं सहयोगपूर्ण प्लेटफॉर्म का निर्माण करने की मीशो की प्रतिबद्धता प्रदर्शित होती है। नकली रिटर्न को कम करने व जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए मीशो ने अपनी सप्लाई चेन में वैरिफिकेशन की एक मजबूत प्रक्रिया शुरू की है।
जेनरेटिव एआई के साथ इमेज प्रोसेसिंगः मीशो द्वारा सप्लाई चेन ऑपरेशंस में सुधार लाने के लिए जेनरेटिव एआई का उपयोग किया जा रहा है जिससे यह प्रक्रिया ज्यादा स्मार्ट व प्रभावशाली बनती है। इस प्रक्रिया में एआई टूल्स विभिन्न चरणों में कैप्चर की गई इमेजेस का विश्लेषण करके जोखिमों की पहचान करते हैं, और त्रुटिपूर्ण एवं दोषपूर्ण शिपमेंट्स का पता लगाते हैं। इससे विक्रेताओं और ग्राहकों, दोनों को ही बहुत सुगम अनुभव प्राप्त होता है।
सप्लाई चेन की अखंडता को मजबूत बनाना मीशो ने मई, 2024 से ही एडवांस्ड एनालिटिक्स की मदद से सप्लाई चेन में अनुपालन न करने वाले 15,000 फील्ड एग्ज़िक्यूटिव्स (एफई) की पहचान करके उन्हें हटाया है। इस प्रक्रिया में एआई-संचालित टूल्स और डेटा एनालिटिक्स की मदद से पूर्ण फील्ड ऑडिट किए गए, और जाली पैटर्न की पहचान की गई। प्रक्रिया को और ज्यादा मजबूत बनाने के लिए मीशो ने थर्ड-पार्टी लॉजिस्टिक्स (3पी) प्रदाताओं के साथ साझेदारी करके एक केंद्रीकृत ब्लैकलिस्ट तैयार की, ताकि ज्यादा सुरक्षा और विश्वसनीयता सुनिश्चित हो सके।