निसान मोटर कंपनी लिमिटेड (“Nissan”) और होंडा मोटर कंपनी लिमिटेड (“Honda”) ने जॉइंट होल्डिंग कंपनी की स्थापना करते हुए दोनों कंपनियों के बीच बिजनेस इंटीग्रेशन (व्यापार एकीकरण) पर विचार करने और चर्चा शुरू करने के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
कार्बन-न्यूट्रल सोसायटी और जीरो-ट्रैफिक फैटेलिटी सोसायटी (सड़क दुर्घटनाओं से रहित समाज) का लक्ष्य पाने की दिशा में अपने प्रयासों को गति देने के लिए निसान एवं होंडा ने 15 मार्च को एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए थे। व्हीकल इंटेलीजेंस एवं इलेक्ट्रिफिकेशन के युग में रणनीतिक साझेदारी पर आगे बढ़ने के लिए यह एमओयू किया गया था। तभी से दोनों कंपनियों ने विभिन्न क्षेत्रों में गठजोड़ को लक्ष्य करते हुए कई विमर्श किए हैं।
1 अगस्त को दोनों कंपनियों ने एक और एमओयू पर हस्ताक्षर किया, जिसका उद्देश्य रणनीतिक साझेदारी के फ्रेमवर्क को स्पष्ट स्वरूप देना था। कंपनियों ने नेक्स्ट जनरेशन सॉफ्टवेयर डिफाइंड व्हीकल्स (एसडीवी) के लिए प्लेटफॉर्म्स तैयार करने के क्षेत्र में फंडामेंटल टेक्नोलॉजी में जॉइंट रिसर्च पर सहमति बनने की घोषणा भी की है। इसमें विशेष रूप इंटेलीजेंस एवं इलेक्ट्रिफिकेशन के लिए अहम क्षेत्रों पर ध्यान दिया जाएगा। इससे मजबूत गठजोड़ की दिशा में विशेष रूप से केंद्रित विमर्श को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।
पूरी प्रक्रिया के दौरान निसान एवं होंडा ने विभिन्न संभावनाओं एवं विकल्पों पर विचार किया। इसी बीच, दोनों कंपनियों और व्यापक ऑटोमोटिव इंडस्ट्री के लिए कारोबारी माहौल भी तेजी से बदला है। टेक्नोलॉजी के मामले में इनोवेशन की गति लगातार तेज हो रही है। निसान और होंडा के बीच आज घोषित एमओयू का उद्देश्य वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी क्षमता को बनाए रखने और दोनों कंपनियों के लिए दुनियाभर में अपने ग्राहकों को ज्यादा आकर्षक उत्पाद एवं सेवाएं प्रदान करने में सक्षम बनने के लिए एक विकल्प के रूप में काम करना है।
यदि व्यापार एकीकरण साकार होता है, तो दोनों कंपनियां नॉलेज (ज्ञान), ह्यूमन रिसोर्स (मानव संसाधन) एवं टेक्नोलॉजी (प्रौद्योगिकी) जैसे विभिन्न मैनेजमेंट रिसोर्स को भी इंटीग्रेट कर सकेंगी। इससे तालमेल गहरा होगा, बाजार में हो रहे बदलाव के अनुरूप कदम उठाने की उनकी क्षमता बढ़ेगी और इससे मध्यम से लंबी अवधि में कॉरपोरेट वैल्यू में भी सुधार होगा। इसके अतिरिक्त, निसान औेर होंडा साथ मिलकर निसान एवं होंडा के चौपहिया वाहनों और होंडा के मोटरसाइकिल व पावर प्रोडक्ट्स कारोबार को इंटीग्रेट करते हुए ‘अग्रणी ग्लोबल मोबिलिटी कंपनी’ के रूप में जापान के औद्योगिक आधार को बढ़ाने में अपना योगदान भी बढ़ाने में सक्षम हो सकेंगी। इससे दोनों कंपनियों के लिए अपने ब्रांड्स को ज्यादा आकर्षक बनाने की दिशा में बढ़ते रहना और दुनियाभर में अपने ग्राहकों को ज्यादा आकर्षक एवं इनोवेटिव प्रोडक्ट्स एवं सर्विसेज प्रदान करते रहना संभव हो सकेगा।
इस घोषणा के मौके पर निसान के डायरेक्टर, प्रेसिडेंट, सीईओ एवं रिप्रजेंटेटिव एक्जीक्यूटिव ऑफिसर मकोता उचिदा ने कहा, ‘आज का दिन महत्वपूर्ण है, क्योंकि हमने व्यापार एकीकरण की दिशा में विमर्श शुरू कर दिया है, जिसमें हमारे भविष्य को नया आकार देने की क्षमता है। मेरा मानना है कि दोनों कंपनियों की ताकत को साथ लाते हुए हम दुनियाभर में अपने ग्राहकों को अद्वितीय मूल्य प्रदान कर सकते हैं। साथ मिलकर हम उन्हें ऐसी कारों का आनंद उठाने का अनूठा मौका दे सकते हैं, जो किसी एक कंपनी के लिए संभव नहीं होता।’
होंडा के डायरेक्टर एवं रिप्रजेंटेटिव एक्जीक्यूटिव ऑफिसर तोशिहिरो माइब ने कहा, ‘पिछले कईवर्षों में हों डा एवं निसान द्वारा अर्जित ज्ञान, प्रतिभा एवं टेक्नोलॉजी जैसे संसाधनों को साथ लाते हुए मोबिलिटी की दुनिया में नए मूल्य का सृजन करना इस समय ऑटो इंडस्ट्री के समक्ष आ रही विभिन्न चुनौतियों से पार पाने के लिए बहुत जरूरी है। हम अभी शुरुआती चरण में हैं और व्यापार एकीकरण पर अंतिम निर्णय नहीं लिया है, लेकिन जनवरी, 2025 के अंत तक व्यापार एकीकरण की संभावना तलाशते हुए हम ऐसी इकलौती एवं अग्रणी कंपनी बनना चाहते हैं, जो दोनों टीमों के साथ आने से बने समीकरणों के दम पर मोबिलिटी की दुनिया में नई कहानी लिखे।’