दिव्यराष्ट्र, मुम्बई: एचडीएफसी बैंक के चीफ इकोनोमिस्ट मि.अभीक बरूआ ने कहा है कि भविष्य की दर कार्रवाई डेटा पर निर्भर करेगी। तीन दिन से चल रही मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (एमपीसी) की मीटिंग में लिये गये फैसलो पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुऐ बरूआ ने कहा कि, आरबीआई ने अपनी रूख को तटस्थ रखते हुऐ, अपनी नीति दर को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा है, हालांकि आज की नीति घोषणा ने घरेलू विकास पर अधिक ध्यान केन्द्रीत करते हुऐ केवल अंतर वैश्विक मौद्रिक नीति कार्रवाइयो का एक परीधीय उल्लेख किया।
आरबीआई ने घरेलू एवं वैश्विक जोखिमों को उजागर करते हुऐ टिकाऊ अवस्फीतिकारी रूझान को स्वीकार किया और संकेत दिया कि भविष्य की दर कार्रवाई डेटा पर निर्भर होगी। इसे देखते हुए, यदि आने वाले महीनों में स्थितियाँ अनुकूल होती हैं, तो दिसंबर में दर में कटौती की संभावना नहीं है।
आज की नीति घोषणा ने मौद्रिक नीति निर्णय लेने में घरेलू परिस्थितियों की केंद्रीयता पर जोर दिया। हाल के दिनों में कई जी7 केंद्रीय बैंकों द्वारा दरों में कटौती के बाद, बाजार के कुछ वर्गों ने अनुमान लगाया था कि यह प्रतिक्रिया को ट्रिगर कर सकता है और घरेलू दर निर्णयों को भी प्रभावित कर सकता है।
केंद्रीय बैंक ने क्रेडिट बाजारों में संचरण की सीमा पर आराम का संकेत भी दिया, जिसका अर्थ है कि मौद्रिक नीति के प्रभाव और प्रभावशीलता के साथ कुछ संतुष्टि। यह पिछले दो महीनों में तरलता की स्थिति में ढील के साथ केंद्रीय बैंकों की सहजता के अनुरूप है और आगे चलकर तरलता की स्थिति अधिशेष (औसतन) में रहने के लिए मंच तैयार करता है।