मानव सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं – आचार्य लोकेश
प्रधानमंत्री मोदी ने विश्व में भारत का गौरव बढ़ाया – सतनाम सिंह सिधू
मुंबई /नई दिल्ली, दिव्यराष्ट्र/अहिंसा विश्व भारती एवं विश्व शांति केंद्र के संस्थापक प्रख्यात जैनाचार्य डॉ लोकेश, राज्यसभा सांसद व चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के कुलाधिपति सतनामसिंह सिधु ने पंडित दीन दयाल उपाध्याय की जयंती पर रक्तदान शिविर का उदघाटन किया| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन से महात्मा गांधी की जन्म जयंती तक आयोजित सेवा पखवाड़े के तहत जैन समाज अहिंसा विश्व भारती एवं भारतीय अल्पसंख्यक फ़ाउंडेशन द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर को संबोधित करते हुये जैनाचार्य लोकेश ने कहा कि सेवा परमो धर्मा:, सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है |
विश्व शांतिदूत आचार्य लोकेश ने कहा कि नर सेवा ही नारायण सेवा है। मानव सेवा ही माधव सेवा है। उन्होंने कहा कि समाज मे एक दूसरे का दर्द समझना और उसके लिए उदार भाव से सेवा कार्य जीवन का सार्थक बनाता है | जीव की सेवा करना ही परमात्मा की सच्ची सेवा है।
राज्यसभा सांसद सतनामसिंह सिधु ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के जन्म दिवस से महात्मा गांधी जन्म जयंती तक चल रहे सेवा पखवाड़े में रक्तदान शिविर का आयोजन सेवा के माध्यम से समाज में एकता व समरसता बढ़ाने के प्रयास चल रहे हैं उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्व में भारत का गौरव बढ़ाया।कुल लोग भारत की छवि ख़राब करने का प्रयास कर रहे हैं ऐसी ताक़तों से सावधान रहना होगा
सेवा पखवाड़े व रक्तदान शिविर को सफल बनाने में वसीम भाई, प्रकाश देव मोरे, शुभ्रांशु दीक्षित, प्रशांत मौर्य, महेश चौगुले आदि का संक्रिय सहयोग रहा। इस अवसर पर जैन समाज से किशोर खाबिया, हितेश भंसाली आदि उपस्थित रहे।