
जयपुर, दिव्यराष्ट्र* , यूज़र चार्ज के विरोध में प्रदेशभर के व्यापारियों ने आज जोरदार विरोध दर्ज कराया। जयपुर खाद्य पदार्थ एवं व्यापार संघ, राजस्थान व्यापार संघ तथा किराना, तेल, पशुआहार, मसाला आदि विभिन्न व्यापारिक संगठनों के संयुक्त तत्वावधान में कूकरखेड़ा मंडी परिसर में एक बड़ी बैठक आयोजित की गई।
इस बैठक में राजस्थान की 247 मंडियों से जुड़े लगभग 2000 व्यापारी शामिल हुए और राज्य सरकार द्वारा लगाए गए यूज़र चार्ज को तत्काल प्रभाव से वापस लेने की मांग की।
बैठक का नेतृत्व राजस्थान खाद्य पदार्थ एवं व्यापार संघ के अध्यक्ष बाबूलाल गुप्ता, कार्यकारी अध्यक्ष सुरेश चंद्र अग्रवाल, किराना व्यापार संघ के कैलाश चंद्र अटोलिया, सूरजपोल अध्यक्ष केदारनाथ अग्रवाल, दाल मिल अध्यक्ष पवन अग्रवाल तथा राजस्थान संघ के मंत्री लक्ष्मीनारायण डंगायच सहित अनेक व्यापारियों ने किया।
जयपुर खाद्य पदार्थ एवं व्यापार संघ कूकरखेड़ा के पदाधिकारियों — रामचरण नाटानी (अध्यक्ष), अविनाश जैन (मंत्री), घासीराम अग्रवाल (उपाध्यक्ष), नितिन बटवाडा (उपाध्यक्ष), सतीश पापड़ीवाल (सहमंत्री) एवं सुशील अग्रवाल (सहमंत्री) उपस्थित रहे*
व्यापारियों ने कृषि कल्याण टैक्स और आयातित माल पर मंडी टैक्स का भी विरोध किया। उनका कहना है कि सरकार द्वारा मंडी के अंदर व्यापार करने वाले लाइसेंसधारी व्यापारियों पर यूज़र चार्ज लागू करना अनुचित है, जबकि मंडी के बाहर व्यापार करने वालों को इससे छूट दी गई है। इससे प्रदेशभर में व्यापार ठप हो गया है और किसान-व्यापारी दोनों में आक्रोश व्याप्त है।
आदेश के अनुसार अब मंडी एवं उप-मंडी यार्डों के भीतर गैर-अधिसूचित कृषि उपज एवं खाद्य पदार्थों पर प्रति 100 रुपये के लेन-देन पर 50 पैसे यूज़र चार्ज देना होगा। इस शुल्क से केवल शक्कर को बाहर रखा गया है, जबकि दाल, चावल, आटा, मैदा, सूजी, तिलहन, खाद्य तेल, ड्राई फ्रूट्स समेत अधिकांश खाद्य वस्तुएँ इसके दायरे में लाई गई हैं।
व्यापारियों ने इसे नियमों में भेदभाव बताते हुए सरकार पर बड़े मॉल्स और बाहरी व्यापार को बढ़ावा देने का आरोप लगाया और चेतावनी दी कि यदि यह निर्णय वापस नहीं लिया गया तो प्रदेशव्यापी आंदोलन तेज किया जाएगा।