जयपुरः भारत की प्रमुख नवीकरणीय उर्जा कंपनी रीन्यू ने राजस्थान में 400 मेगवॉट के सोलर प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया। अगले 25 सालों के लिए राजस्थान में स्वच्छ उर्जा के उत्पादन के लिए सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के साथ हस्ताक्षर किए गए 600 मेगावॉट के पीपीए के तहत इस प्रोजेक्ट को लॉन्च किया गया है। प्रोजेक्ट का उद्घाटन राजस्थान के मुख्य मंत्री श्री भजन लाल शर्मा द्वारा उप-मुख्यमंत्री दिया कुमारी, उर्जा मंत्री हीरालाल नागर, सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन, आर.पी. गुप्ता और रीन्यू के संस्थापक, चेयरमैन एवं सीईओ सुमंत सिन्हा तथा अन्य गणमान्य अतिथियों की मौजूदगी में किया गया।
600 मेगावॉट का सोलर पावर प्लांट राजस्थान स्थित जैसलमेर ज़िले के पोकरण एवं भनियाना तहसीलों में कई गांवों में 2000 एकड़ से अधिक ज़मीन में फैला है। उम्मीद है कि इससे सालाना 1331 मिलियन युनिट्स विद्युत का उत्पादन होगा। इसके अलावा यह प्रोजेक्ट रु 2.18 प्रति किलोवॉट घण्टा का प्रतिस्पर्धी पीपीए टैरिफ उपलब्ध कराएगा।
परियोजना का उद्घाटन करते हुए मुख्य मंत्री श्री भजन लाल शर्मा ने कहा, ‘‘रीन्यू द्वारा जैसलमेर में 400 मेगावॉट सोलर पावर प्लांट का उद्घाटन राज्य को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। शेष 200 मेगावॉट का उत्पादन भी अक्टूबर से शुरू हो जाएगा। नवीकरणीय उर्जा की क्षमता बढ़ने से उपभोक्ताओं के लिए विद्युत की लागत में कमी आएगी, साथ ही सरकार की भी बचत होगी। इस प्लांट में बनी विद्युत की आपूर्ति बहुत सस्ती दरों पर राजस्थान डिस्कॉम को की जाएगी।’
जैसलमेर बाड़मेर जैसे पश्चिमी ज़िलों, जहां पानी एक बड़ी समस्या है, वहां रीन्यू ने में पानी बचाने के लिए भी कई गतिविधियों को अंजाम दिया है। जैसे समुदाय की झीलों का गहरीकरण (डी-सिल्टिंग), पारम्परिक जल संचय संरचनाओं का निर्माण और 700 से अधिक ज़रूरतमंद परिवारों को पानी उपलब्ध कराना। उपमुख्यमंत्री श्रीमति दिया कुमारी ने कहा, ‘‘मैं इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए रीन्यू को धन्यवाद देना चाहूंगी। यह राजस्थान में नवीकरणीय सेक्टर के लिए बड़ा अवसर है। प्रधानमंत्री जी के विकसित भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप हम प्रदेश को विकसित राजस्थान बनाना चाहते हैं।’
सुमंत सिन्हा, संस्थापक, चेयरमैन एवं सीईओ, रीन्यू ने कहा, ‘‘मुझे गर्व है कि हम इस परियोजना को रिकॉर्ड समय में पूरा करने में सक्षम हुए, जो तीन लाख घरों को बिजली देने के लिए पर्याप्त है। राजस्थान के लिए हमारी योजना इस वर्ष के अंत तक अपनी क्षमता दोगुनी से भी अधिक, 1000 मेगावाट तक पहुंचाने की है। वर्तमान में, रीन्यू 10,000 मेगावाट की परिचालन क्षमता में से 4000 मेगावाट की परियोजना राजस्थान में स्थित है जिसमे 21,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया जा चूका है, इसमें जयपुर में स्थित 4 गीगावॉट की सोलर मोड्यूल मैनुफैक्चरिंग युनिट भी शामिल है। 2.18 रुपये प्रति यूनिट का टैरिफ देश में सबसे कम में से एक है क्योंकि बिड्स (बोलियां ) 2.50 रुपये से 2.70 रुपये प्रति यूनिट हैं। जब अपने पोर्टफोलियो को 10 गीगावॉट से 21 गीगावॉट तक विस्तारित करने की बात आती है तो हम राजस्थान के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।
यह प्रोजेक्ट राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड के जैसलमेर-2 (भेनसारा) के साथ जुड़ा है और राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड के साथ जुड़ा सबसे बड़ा सोलर प्रोजेक्ट भी है। सोलर एनर्जी कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड ने इस अवधि के लिए राजस्थान उर्जा विकास निगम लिमिटेड/ राजस्थान डिस्कॉम के साथ पावर सेल एग्रीमेन्ट (पीएसए) भी किया है।
इस प्रोजेक्ट के परिणामस्वरूप कार्बन डाई ऑक्साईड के उत्सर्जन में सालाना तकरीबन 1.4 मिलियन टन कमी आएगी, इस तरह यह परियोजना पर्यावरण संरक्षण में योगदान देगी। इस प्रोजेक्ट ने निर्माण के दौरान भी बड़ी संख्या में लोगों को रोज़गार दिया है और आने वाले समय में भी रोज़गार का सृजन जारी रखेगी। साथ ही दीर्घकालिक लैण्ड लीज़ एग्रीमेन्ट से भी स्थानीय लोगों को लाभ होगा। प्रोजेक्ट में रीन्यू द्वारा बनाए गए सोलर मोड्यूल्स का उपयोग किया जाएगा, ऐसे में यह भारत सरकार के आत्मनिर्भर भारत अभियान के अनुसार जयपुर में बने सोलर मोड्यूल्स का इस्तेमाल करने वाली इस पैमाने की पहली परियोजना है।