जयपुर: एजुकेशन कंपनी फिजिक्सवाला (पीडब्ल्यू) ने जयपुर की छात्रा दीपशिखा प्रसाद की उपलब्धि का जश्न मनाया, जिन्होंने सीबीएसई कक्षा 12वीं परीक्षा 2025 में 99.6 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। नीर्जा मोदी स्कूल की पीसीबी स्ट्रीम की छात्रा दीपशिखा अपनी इस अकादमिक सफलता का श्रेय आत्म-अनुशासन, मजबूत सपोर्ट सिस्टम और रणनीतिक तैयारी को देती हैं।
अपनी तैयारी के बारे में बात करते हुए दीपशिखा ने कहा, “मैंने कभी फिक्स टाइमटेबल नहीं बनाया क्योंकि मैं उसे फॉलो नहीं कर पाती थी। इसके बजाय, मैं हर दिन टु-डू लिस्ट बनाती थी जिसमें लक्ष्य और समय सीमा स्पष्ट होते थे। मेरा लक्ष्य होता था कि उस लिस्ट को हर दिन पूरा करूं।” उन्होंने बताया कि उनकी रणनीति अधिक से अधिक प्रश्नों का अभ्यास करने और खासकर बायोलॉजी जैसे विषयों में कॉन्सेप्ट को समझने पर केंद्रित थी। “बचपन से ही मैं यह जानने को लेकर उत्सुक रही हूं कि जीवित चीजें कैसे काम करती हैं, हम कैसे बोलते हैं, चलते हैं और शरीर कैसे कार्य करता है। बायोलॉजी ने इन सवालों के जवाब दिए, इसलिए मुझे यह विषय बहुत पसंद है,” उन्होंने कहा।
अपनी यात्रा में आए भावनात्मक उतार-चढ़ाव के बावजूद, दीपशिखा अपनी हिम्मत का श्रेय अपने माता-पिता, पीडब्ल्यू और नीरजा मोदी स्कूल के शिक्षकों तथा करीबी दोस्तों से मिले निरंतर सहयोग को देती हैं। “जब भी मुझे हार मानने का मन होता था, तब मेरे पास ऐसे लोग थे जो मुझे याद दिलाते थे कि मैं यह कर सकती हूं। मेरी मां मुझे गले लगाकर कहती थीं, ‘तुम फेल नहीं हुई हो और तुम फेल नहीं होओगी।’ यही बात मुझे आगे बढ़ने की ताकत देती थी।” दीपशिखा ने नीट की परीक्षा दे दी है और अब उनका सपना है कि वह किसी सरकारी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस में प्रवेश लें।
उनकी प्रतिबद्धता डिजिटल अनुशासन में भी दिखी—उन्होंने अधिकतर सोशल मीडिया ऐप्स डिलीट कर दिए थे और केवल यूट्यूब को पढ़ाई के लिए रखा था। यहां तक कि कभी-कभी यूट्यूब शॉर्ट्स को भी डिसेबल कर देती थीं ताकि ध्यान केंद्रित रहे।
अलख पांडे, फिजिक्सवाला के शिक्षक, संस्थापक और सीईओ ने कहा, “दीपशिखा की लगन और रणनीतिक तैयारी प्रेरणादायक है। उनकी कहानी यह दर्शाती है कि निरंतरता, भावनात्मक मजबूती और सही मार्गदर्शन से छात्र किसी भी चुनौती को पार कर सकते हैं। पीडब्ल्यू को गर्व है कि हम उनकी यात्रा का हिस्सा रहे।”
इस वर्ष 16 लाख से अधिक छात्रों ने सीबीएसई कक्षा 12वीं की परीक्षा दी। दीपशिखा का प्रदर्शन न सिर्फ टॉपर्स में उन्हें शामिल करता है, बल्कि यह ऑनलाइन लर्निंग की बढ़ती भूमिका को भी दर्शाता है।