22 अप्रैल 2025 | नोएडा/रायबरेली:उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले की एक छोटी सी बस्ती में रहने वाले अंश प्रताप की यह कहानी उम्र से बड़ी संघर्ष की मिसाल है। इस साल अंश ने जेईई मेन 2025 में 658वीं श्रेणी रैंक प्राप्त कर जेईई एडवांस के लिए क्वालीफाई किया है। यह उपलब्धि उन छात्रों के लिए प्रेरणा है, जो कठिन आर्थिक हालातों के बावजूद अपने लक्ष्य से नहीं डिगते।
अंश के पिता एक सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करते हैं, जिससे आय अस्थायी और असुरक्षित है। परिवार का गुज़ारा मुश्किल से चलता है और ऐसे में कोचिंग की फीस भरना एक बड़ी चुनौती थी। लेकिन मोशन एजुकेशन कोटा से पिछले वर्ष मिली ₹21,000 की छात्रवृत्ति ने अंश के शैक्षणिक सपनों को जीवित रखा।
अंश प्रताप ने कहा, “अगर मन में समर्पण और मेहनत हो, तो कोई भी परिस्थिति आपको आपके लक्ष्य से नहीं रोक सकती। मेरा सपना सिर्फ पढ़ाई करना था और मैंने निरंतर मेहनत कर उसे हासिल किया है। मैं मोशन एजुकेशन और नितिन विजय सर का धन्यवाद करता हूँ, जिन्होंने मुझ जैसे छात्र को योग्य समझा और मुझे स्कॉलरशिप देकर सही मार्गदर्शन दिया।”
इस सफलता पर मोशन एजुकेशन के संस्थापक और सीईओ एनवी सर (नितिन विजय) ने कहा, “सफल होने के लिए टॉपर होना ज़रूरी नहीं, बल्कि सीखने की ललक, अनुशासन और साहस होना चाहिए। हम मानते हैं कि हर छात्र में उज्जवल भविष्य की संभावना है। हमारे छात्रों और शिक्षकों के इस शानदार प्रदर्शन पर हमें गर्व है। मोशन एजुकेशन का ‘स्टूडेंट फर्स्ट, रिज़ल्ट सेकंड’ सिद्धांत ऐसे छात्रों को अवसर देकर देश का भविष्य संवार रहा है।”