मुंबई, 10 जुलाई, 2024: म्यूचुअल फंड उद्योग में अग्रणी टाटा एसेट मैनेजमेंट कंपनी ने देश का पहला टूरिज़म इंडेक्स फंड लॉन्च किया है, जिसमें निफ्टी 500 का हिस्सा बनने वाली कुछ कंपनियां शामिल हैं। टाटा निफ्टी इंडिया टूरिज़म इंडेक्स फंड निफ्टी इंडिया टूरिज़म इंडेक्स (TRI, यानी टोटल रिटर्न इंडेक्स) को ट्रैक करेगा।
यह एक ओपन-एंडेड इंडेक्स फंड है। निवेशकों को यात्रा, पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी व्यवसायों में सबसे तेज़ी से बढ़ती हुई भारत की कंपनियों में निवेश के अवसर देने के लिए इसे सावधानीपूर्वक डिज़ाइन किया गया है। इंडेक्स में शामिल कंपनियां अपने-अपने क्षेत्रों में अग्रणी हैं और बढ़ती डिस्पोजेबल आय, भारतीय उपभोक्ता की बदलती पसंद और डिस्क्रिशनरी खर्चों में हो रही बढ़त से उन्हें काफी लाभ मिल रहे हैं।
इंडेक्स फंड के लॉन्च पर, टाटा एसेट मैनेजमेंट के मुख्य व्यवसाय अधिकारी आनंद वरदराजन ने कहा, “बढ़ी हुई डिस्पोजेबल आय, बुनियादी सुविधाओं में विकास जैसे कि बेहतर हाईवे कनेक्टिविटी, बेहतर रेलवे सुविधा और गति और नए हवाई अड्डों ने यात्रा को आसान, तेज़ और सुरक्षित बना दिया है। देशांतर्गत हवाई यात्रा सुविधाओं, होटल, रेस्तरां और यात्रा में तेज़ी से वृद्धि हो रही है, जो पर्यटन क्षेत्र के लिए बहुत अच्छा संकेत है। सभी प्रकार की यात्राएं बढ़ रही हैं, चाहे वह तीर्थयात्रा हो, व्यवसाय, मेडिकल या छुट्टी के लिए हो। इससे पर्यटन एक क्षेत्र के रूप में विकसित हुआ है और इस क्षेत्र के विकास से लाभ उठाने के लिए इसमें निवेश करना और इसे लक्ष्य बनाना आवश्यक है।“
टाटा निफ्टी इंडिया टूरिज्म इंडेक्स फंड की शुरुआत ऐसे समय में हुई है जब भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत निवेश और खपत से प्रेरित उल्लेखनीय लचीलापन दिखा रही है। भारत में मध्यम वर्ग का बढ़ना आकांक्षात्मक और अनुभवात्मक यात्रा में वृद्धि ला रहा है, बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण निवेश को बढ़ावा मिल रहा है, हवाई मार्ग क्षमताओं का विस्तार हो रहा है, जिससे यात्रा अधिक सुलभ हो गई है।
इसके अलावा, प्रौद्योगिकी में उन्नति ने ऑनलाइन रेस्तरां एग्रीगेटर्स और बढ़ती डिलीवरी अर्थव्यवस्था के साथ यात्रा और रेस्तरां क्षेत्र में क्रांति लायी है। सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म अलग-अलग डेस्टिनेशन्स और अनुभवों को प्रदर्शित कर रहे हैं, जिससे यात्रा करने की इच्छा को प्रोत्साहन मिल रहा है। श्री वरदराजन ने कहा, “नतीजतन, भारत का यात्रा और पर्यटन व्यय 2019 में $140 बिलियन से बढ़कर 2030 तक $406 बिलियन तक पहुंचने का अनुमान है (स्रोत: यूरोमॉनीटर, सिस्टमैटिक्स इंस्टीट्यूशनल रिसर्च)।“