Home एजुकेशन जब समय खराब हो, तो चुप रहना चाहिए –नया पन 4.0

जब समय खराब हो, तो चुप रहना चाहिए –नया पन 4.0

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जब पेंसिलबॉक्स और जयपुर स्कूल ऑफ़ डिज़ाइन ने मिलाया हाथ, तो बना पन और हंसी का बेमिसाल आयोजन

अनमोल गर्ग लाएंगे डिजिटल ट्विस्ट, नया पन 4.0 बनेगा और भी हिट

 

जयपुर, दिव्यराष्ट्र/ जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी के जयपुर स्कूल ऑफ़ डिज़ाइन और पेंसिलबॉक्स के सहयोग से नया पन 4.0 का आयोजन किया जा रहा है। यह अनोखी डिज़ाइन एग्ज़ीबिशन 4 से 6 अप्रैल 2025 तक जवाहर कला केंद्र (जेकेके), सुकृति गैलरी में आयोजित होगी। इस खास मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी श्याम सुंदर बिस्सा (सीनियर ऑनरेरी, ओटीएस, जयपुर एवं सीईओ, बीएमवी सहायता समिति, जयपुर) ने इस इवेंट की शोभा बढ़ाई। उनके अनुभव और व्यक्तित्व से यह आयोजन और भी गरिमामय हो गया।

यह भारत की पहली ऐसी डिज़ाइन एग्ज़ीबिशन होगी, जो ह्यूमर और स्लैंग्स पर आधारित पन को इतने बड़े स्तर पर प्रदर्शित कर रही है, जिसके कारण इसका नाम इंडियन बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया जा रहा है। यह निश्चित रूप से आयोजन की सफलता को एक नई ऊँचाई पर ले जाएगा।

इस बार का नयापन पहले से भी बड़ा और मज़ेदार है। यहाँ 20 नए पन प्रदर्शित किए गए, साथ ही टीएफटी स्क्रीन पर पिछली तीन एडिशन की झलकियाँ और दर्शकों के अनुभवों को एक फिल्म में दिखाया, जिसमें करीब 80 पन शामिल हैं। यह न केवल विज़ुअल ट्रीट है बल्कि दर्शकों के लिए एक मेमोरेबल एक्सपीरियंस भी साझा करती है। इस इवेंट की सबसे खास बात यह है कि इसमें विज़िटर को अपने खुद के पन बनाने का मौका मिलेगा और उस स्पेस को अपनापन नाम दिया गया है। यह इंटरएक्टिव स्पेस ने इस इवेंट को और भी एंगेजिंग बना दिया है।

इस प्रदर्शनी में 40 से अधिक स्टूडेंट्स ने अपनी क्रिएटिविटी का जलवा बिखेरा है। उन्होंने अपने अनोखे और क्वर्की आर्ट इंस्टॉलेशन्स के जरिए ह्यूमर और विज़ुअल स्टोरीटेलिंग को शानदार तरीके से प्रस्तुत किया है। हर विज़िटर को एक खास पन-बेस्ड स्मारिका भी दी गई है, जो इस अनुभव को हमेशा के लिए यादगार बना देगी। इवेंट की डिजिटल रीच को बढ़ाने के लिए अनमोल गर्ग के साथ एक विशेष ऑनलाइन कोलैबोरेशन किया गया है। उनका “बिज़नेस मीट्स ह्यूमर” स्टाइल इस इवेंट को और भी रोचक बनाएगा और युवाओं के बीच इसकी लोकप्रियता को बढ़ाएगा।

यह इवेंट न केवल आर्ट लवर्स के लिए बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए एक खास अनुभव होगा, जिसे शब्दों के खेल और ह्यूमर से प्यार है। नयापन 4.0 आपको सोचने, हँसने और अपने भीतर के कलाकार को जगाने का अवसर देगा।

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