उच्च क्वालिटी के स्टील ट्यूब्स एवं पाइप्स बनाने वाली हरियाणा स्थित कंपनी विभोर स्टील ट्यूब्स लिमिटेड (वीएसटीएल) ने आज घोषणा की है कि वह सुंदरगढ़, ओडिशा में अपनी विस्तार योजना को पूरा करने की दिशा में सफलतापूर्वक अग्रसर है और 30 जून 2024 को वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही समाप्त होने तक यह कार्य पूरा हो जाएगा। इस परियोजना हेतु कंपनी भूमि अधिग्रहण पहले ही कर चुकी है तथा प्लांट व मशीनरी के आदेश दिए जा चुके हैं; इस सब के लिए कंपनी ने निवेश आंतरिक उपार्जन से जुटाया है।
विभोर स्टील ट्यूब्स के चेयरमैन व ऐक्ज़ीक्यूटिव डायरेक्टर विजय कौशिक ने कहा, ’’हम हाई मार्जिन उत्पादों का निर्माण करना चाहते हैं जैसे राउंड व गाल्वनाइज़्ड स्टील उत्पाद, ताकि हमारे ऑपरेटिंग मार्जिन बेहतर हों। हमारी नई उत्पादन इकाई काम करना शुरु कर दे तो हम हम निर्यात बाजार में भी संभावनाएं तलाशेंगे। कच्चे माल की आपूर्ति करीब होने से कंपनी को फायदा मिलेगा, वर्तमान विस्तार योजना पूरी होने के बाद किराये-भाडे़ की लागत बचेगी।’’
इस नई परियोजना की कमिशनिंग के बाद विभोर स्टील की क्षमता 1,20,000 मीट्रिक टन से बढ़कर 3,41,000 मीट्रिक टन हो जाएगी। वीएसटीएल के मौजूदा प्लांट महाराष्ट्र व तेलंगाना में स्थित हैं जहां यह इलेक्ट्रिक रेसिस्टेंस वैल्डेड पाइप, हॉट-डिप्पड गाल्वनाइज़्ड पाइप, हॉलो सेक्शन पाइप, प्राइमर पेन्टेड पाइप, एसएस पाइप व क्रैश बैरियर जैसे स्टील उत्पादों का विनिर्माण करती है; इन प्लांटों की कुल क्षमता 2,21,000 मीट्रिक टन प्रति वर्ष है। हरियाणा के हिसार में कंपनी का एक वेयर हाउस भी है। कंपनी की योजना वैल्यू ऐडेड उत्पाद, जैसे क्रैश बैरियर, बनाने की है जिनसे मार्जिन बेहतर होगा।
विभोर स्टील दो विनिर्माण इकाईयों द्वारा परिचालन करती है- जिनमें से एक रायगड़, महाराष्ट्र में है जिसके जरिए 100 प्रतिशत निर्यात बिक्री होती है और दूसरी इकाई तेलंगाना के महबूब नगर जिले में है। कंपनी पश्चिमी एवं दक्षिणी भारत की कंपनियों को अपने उत्पादों की आपूर्ति करती है जो महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक व तमिलनाडु में स्थित हैं। कंपनी विभिन्न भारी इंजीनियरिंग उद्योगांे के लिए स्टील पाइप व ट्यूब का विनिर्माण एवं निर्यात करती है जिनका इस्तेमाल फ्रेम व शाफ्ट, साइकिलों के फ्रेम, फर्नीचर, शॉकर व स्ट्रक्चरल एवं इंजीनियरिंग उद्देश्यों के लिए किया जाता है।
इस बीच कंपनी ने जिंदल पाइप्स के साथ अपने अनुबंध का नवीनीकरण कर लिया है जो 1 अप्रैल 2023 से प्रभाव में आया था। इन अनुबंध के तहत कंपनी जिंदल स्टार से लेकर जिंदल पाइप्स ब्रांड नाम के अंतर्गत तैयार माल का विनिर्माण एवं आपूर्ति करेगी तथा मासिक कार्ड रेटों पर अनुमोदित ग्राहक आधार को यह माल पहुंचाया जाएगा। इस अनुबंध की अवधि 6 साल है और यदि दोनों पक्ष सहमत हों तो इसे आगे बढ़ाया जा सकता है।
अगले सप्ताह आईपीओ का लांच विभोर स्टील ट्यूब्स का आईपीओ 13 फरवरी 2024 को खुल रहा है जो 15 फरवरी 2024 को बंद होगा। इस आईपीओ के तहत कंपनी रु. 10 फेस वैल्यू के फ्रैश इक्विटी शेयर प्रस्तुत कर रही है, जिनकी प्राइस रेंज रु. 141 से रु. 151 प्रति शेयर होगी। इस इश्यू का आकार रु. 72.17 करोड़ तक होगा और इसे बुक बिल्डिंग रूट के जरिए किया जाएगा। खम्बाटा सिक्युरिटीज़ लिमिटेड इस ऑफर की सोल बुक रनिंग लीड मैनेजर है तथा केफिन टेक्नोलॉजीस लिमिटेड इस ऑफर की रजिस्ट्रार है। इस इश्यू से प्राप्त धन का उपयोग कार्यशील पूंजी की जरूरतें पूरी करने में किया जाएगा। आईपीओ के बाद कंपनी के इक्विटी शेयर नैशनल स्टॉक ऐक्सचेंज (एनएसई) और बीएसई लिमिटेड में सूचीबद्ध किए जाएंगे।
विभोर स्टील ने बीते वित्तीय वर्षों में ठोस प्रदर्शन किया है। वि.व.22 में कंपनी ने 11.33 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ दर्ज किया था जो वि.व.23 में बढ़कर रु. 21.06 करोड़ हो गया। इन्हीं दो वित्तीय वर्षों के बीच परिचालन से प्राप्त होने वाला रेवेन्यू भी रु. 818 करोड़ से बढ़ कर रु. 1,113.12 करोड़ दर्ज किया गया।