शहर के 40 से अधिक स्कूलों के लगभग 600 बच्चे हुए शामिल
जयपुर में सड़क सुरक्षा पर जागरूकता फैलाने के लिए मुस्कान फाउंडेशन का अनूठा कार्यक्रम*
जयपुर, दिव्यराष्ट्र/। ‘यूएन वर्ल्ड डे ऑफ रिमेम्बरेंस फ़ॉर रोड ट्रैफिक विक्टिम्स’ के अवसर पर रविवार शाम को जयपुर शहर की ‘मुस्कान फाउंडेशन फॉर रोड सेफ्टी’ द्वारा जवाहर कला केंद्र (जेकेके) के मध्यवर्ती में सड़क दुर्घटनाओं में जान गवां चुके लोगों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर कमिश्नर ऑफ पुलिस, आईपीएस, बीजू जॉर्ज जोसेफ मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे ट्रैफिक नियमों का पालन करके हम बड़े हादसों को रोक सकते हैं। इसके लिए जन जागरूकता बहुत आवश्यक है। इस अवसर पर जयपुर सिटीजन फोरम के चेयरमैन राजीव अरोड़ा, पूर्व डीजीपी एवं मुस्कान फाउंडेशन के चेयरमैन, मनोज भट्ट और प्रख्यात न्यूरोसर्जन वी डी सिन्हा भी उपस्थित रहे। मुस्कान फाउंडेशन फॉर रोड सेफ्टी की ट्रस्टी, डॉ. मृदुल भसीन ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम में शहर के विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने गीत,नृत्य और नाटक जैसी विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुति के माध्यम से सड़क पर सावधानी व सुरक्षा बरतने और यातायात नियमों का पालन करने का संदेश दिया। इन प्रस्तुतियों को सड़क सुरक्षा के महत्व के बारे में विशेष रूप से युवाओं के बीच जागरूकता बढ़ाने और उन्हें जोड़ने के लिए डिज़ाइन किया गया था।
कार्यक्रम में शहर के 40 से अधिक स्कूलों के लगभग 600 बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत स्कूली बच्चों द्वारा बैंड मार्च से हुई। इसके बाद, बच्चों ने विशेष प्रस्तुति के माध्यम से सड़क दुर्घटनाओं में जान गंवाने वालों को याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं, राजू कुमार द्वारा निर्देशित नाटक ‘हेलमेट’ के जरिए बच्चों ने वाहन चलाते समय हेलमेट पहनने के महत्व पर जोर दिया। कार्यक्रम के दौरान सड़क सुरक्षा पर आधारित रील चैलेंज के विजेताओं को भी सम्मानित किया गया। इस चैलेंज में स्टूडेंट्स ने सड़क सुरक्षा पर शॉर्ट फिल्में बनाकर अपनी रचनात्मकता और कलात्मकता का बेहतरीन प्रदर्शन किया था। कार्यक्रम में राजस्थान हिप हॉप सेंटर और संस्कार स्कूल के स्टूडेंट्स ने समूह गीत और रैप गीतों की अद्भुत प्रस्तुति दी, जबकि पूर्णिमा कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों ने डांस ड्रामा के माध्यम से अपनी कला का बखूबी प्रदर्शन किया। इन प्रस्तुतियों ने दर्शकों को पूरी तरह से मंत्रमुग्ध कर दिया। इस कार्यक्रम ने न केवल सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता को बढ़ावा दिया, बल्कि बच्चों की अद्वितीय प्रतिभा और उनके समर्पण को भी उजागर किया।
इस अवसर पर विशेष ‘संवाद’ का भी आयोजन किया गया। इस सेशन के वक्ताओं में बैंगलोर के अरुंधति फाउंडेशन से संजय तांबवेकर और डॉ. शुभांगी तांबवेकर; पुलिस उपायुक्त जयपुर शहर (ईस्ट), पुलिस आयुक्तालय जयपुर, आईपीएस, तेजस्वनी गौतम और संयुक्त सचिव, वित्त (टैक्सेशन) राजस्थान सरकार, आईएएस डॉ. खुशाल यादव शामिल रहे। इस संवाद का संचालन, डॉ. मृदुल भसीन ने किया। संवाद के माध्यम से सड़क दुर्घटनाओं के विभिन्न पहलुओं को सामने लाया गया। सभी वक्ताओं ने अपने-अपने विचार साझा किए। इसके बाद, कार्यक्रम में क्विज मास्टर, नरेंद्र गुप्ता द्वारा बच्चों के लिए एक इंटरैक्टिव रोड सेफ्टी क्विज का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम में स्कूली बच्चे, अभिभावक, कम्यूनिटी लीडर्स और पुलिस, चिकित्सा और परिवहन विभागों के प्रमुख स्टेकहोल्डर्स सहित शहर के नागरिक भी शामिल हुए।
गौरतलब है कि सड़क दुर्घटनाओं में आहत और कालकवलित हुए लोगों की स्मृति से सीख लेने एवं उन्हें श्रद्धांजलि देने के उद्देश्य से “संयुक्त राष्ट्र विश्व स्मरण दिवस ” प्रत्येक वर्ष नवंबर माह के तीसरे रविवार को ऑबजर्व किया जाता है। मुस्कान फाउंडेशन, जयपुर में इस पहल को इतने बड़े स्तर पर ले जाने वाला पहला एनजीओ है, जिसका लक्ष्य अधिक से अधिक संख्या में लोगों तक सीधे पहुंचना है, ताकि समुदाय पर इसका स्थायी प्रभाव सुनिश्चित हो सके। यह कार्यक्रम सड़क दुर्घटनाओं को रोकने और सुरक्षित ड्राइविंग आदतों को बढ़ावा देने के लिए सामूहिक प्रयास करने की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित था।