मुंबई: भारत के अग्रणी निजी क्षेत्र के बैंक,एचडीएफसी बैंक,ने आज घोषणा की कि वह इस वर्ष परिवर्तन स्टार्टअप ग्रांट्स के तहत 30 इनक्यूबेटर और एक्सेलेरेटर को फंडिंग प्रदान करेगा। फंडेड स्टार्टअप्स, बदले में, 100 से अधिक सामाजिक प्रभाव वाले स्टार्टअप को फाइनेंस करेंगे और मेंटरशिप प्रदान करेंगे।
इनक्यूबेटर और एक्सेलेरेटर उन स्टार्टअप्स का मार्गदर्शन करेंगे जिनका लक्ष्य राष्ट्रीय महत्व की क्षेत्रीय चुनौतियों को हल करना होगा और इस प्रकार वे संयुक्त राष्ट्र के सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स (एसडीजी- सतत विकास लक्ष्यों) को प्राप्त करने में योगदान देना होगा। इस वर्ष अपने सातवें संस्करण में, देश में इनोवेशन और उद्यमिता की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए, नीति आयोग के तहत भारत सरकार की प्रमुख पहल, अटल इनोवेशन मिशन के साथ साझेदारी में परिवर्तन स्टार्टअप अनुदान चलाया जा रहा है। इस वर्ष परिवर्तन स्टार्टअप ग्रांट्स के थीम है जलवायु नवाचार, वित्तीय समावेशन, कृषि और सतत ग्रामीण अर्थव्यवस्था, सुलभ और किफायती स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा और आजीविका संवर्धन, और लिंग विविधता और समावेशन का समर्थन करना।
सुश्री स्मिता भगत, ग्रुप हेड-रिटेल ब्रांच बैंकिंग, एचडीएफसी बैंक ने कहा,‘‘एचडीएफसी बैंक का लक्ष्य सरकार द्वारा स्वीकृत स्टार्टअप के लिए फंडिंग फैसिलिटेटर के रूप में कार्य करके स्टार्टअप संस्थापकों और इनक्यूबेटरों के बीच अंतर को दूर करना है। ये ग्रांट्स हमारे सीएसआर ब्रांड के तहत चल रहे हैं। परिवर्तन, पिछले सात वर्षों से, देश के दूरदराज के क्षेत्रों में महत्वाकांक्षी उद्यमियों के सपनों को उड़ान दे रहा है । इस वर्ष, हमें एसडीजी के साथ जुड़े प्रौद्योगिकी-आधारित स्टार्टअप का समर्थन करने के लिए अटल इनोवेशन मिशन के साथ साझेदारी करके खुशी हो रही है, जो एक स्थायी और भारत के लिए समावेशी भविष्य में योगदान दे रहा है।’’
डॉ. चिंतन वैष्णव, मिशन डायरेक्टर, अटल इनोवेशन मिशन, नीति आयोग ने कहा,‘‘अटल इनोवेशन मिशन और एचडीएफसी बैंक के बीच सहयोग सीएसआर के माध्यम से इनोवेशन इकोसिस्टम को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ये ग्रांट्स इनक्यूबेटरों के लिए आवश्यक हैं, जो उन्हें परिवर्तनकारी विचारों को विकसित करने में सक्षम बनाते हैं ताकि वे राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों को प्रभावी ढंग से संबोधित करें। परिवर्तन स्टार्टअप ग्रांट्स एसडीजी लक्ष्यों को प्राप्त करने के उद्देश्य से समाधान लागू करने के लिए स्टार्टअप को सशक्त बनाएगा। मुझे विश्वास है कि यह साझेदारी राष्ट्रीय स्तर पर सकारात्मक बदलाव को बढ़ावा देते हुए वैश्विक इनोवेशन इकोसिस्टम को आगे बढ़ाने में नेतृत्व करेगी।’’
2017 में लॉन्च किया गया, परिवर्तन स्टार्टअप ग्रांट्स बैंक का वार्षिक अनुदान कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य सामाजिक प्रभाव वाले क्षेत्र में काम करने वाले स्टार्टअप्स की पहचान करना और उनके इनक्यूबेटरों को वित्तीय ग्रांट्स के माध्यम से उनका समर्थन करना है। 31 मार्च, 2023 तक, बैंक ने परिवर्तन के माध्यम से पिछले सात वर्षों में 75 से अधिक इनक्यूबेटरों और 250 स्टार्टअप्स को 45 करोड़ रुपये की ग्रांट्स जारी की है।
मार्च 2023 को समाप्त वित्तीय वर्ष के लिए एचडीएफसी बैंक देश में शीर्ष सीएसआर खर्च करने वालों में से एक था। 31 मार्च, 2023 तक, बैंक ने सीएसआर पहल पर 820.89 करोड़ रुपये खर्च किए। मार्च 2023 तक बैंक ने कुल मिलाकर 9.93 करोड़ से अधिक लाभार्थियों तक पहुंचकर अपने प्रभाव का विस्तार किया।