
– विजेता टीमों को प्रदान की गई नौ लाख रुपए की पुरस्कार राशि
जयपुर 10 दिसंबर। पूर्णिमा इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (पीआईईटी) में 36 घंटे का ‘एआईसीटीई स्मार्ट इंडिया हैकथॉन (एसआईएच)-2025’ आयोजित किया गया। सॉफ्टवेयर एडिशन के इस ग्रैंड फिनाले में देशभर की 29 टीमों के जरिए 210 स्टूडेंट ने पार्टिसिपेट किया। 13 राज्यों के इन प्रतिभागियों ने अपने मेंटर के मार्गदर्शन में राजस्थान सरकार द्वारा दी गई छह समस्याओं के सॉफ्टवेयर समाधान तैयार किए। उल्लेखनीय है कि भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय और एआईसीटीई द्वारा आयोजित हैकथॉन के लिए पीआईईटी को दूसरी बार नोडल सेंटर बनाया गया।
सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया के एडिशनल डायरेक्टर राजकुमार वर्मा समापन समारोह के मुख्य अतिथि थे, जबकि जीसीईसी के संस्थापक व टेडएक्स स्पीकर परेश गुप्ता विशिष्ट अतिथि रहे। इन्होंने एआईसीटीई के नोडल सेंटर इंचार्ज डॉ. एलंगोवन करिअप्पन व संदीप अग्रवाल के साथ विजेता टीमों को सम्मानित किया। टीम विग्नना सारथी, रोबस्ट सॉल्यूशंस और टीम 100 एक्स विजेता रहीं, जबकि टीम टीएलई स्मैशर्स व स्टेक नोवा एबेसेक तथा टीम गरुड़ व रिटर्न जीरो एएफ 98 ए संयुक्त विजेता रही। इन टीमों को पुरस्कार स्वरूप कुल नौ लाख रुपए की राशि प्रदान की गई।
हैकथॉन के प्रतिभागियों द्वारा स्मार्ट एजुकेशन, स्मार्ट ऑटोमेशन और क्लीन व ग्रीन टेक्नोलॉजी पर आधारित सॉफ्टवेयर सॉल्यूशन तैयार किए गए। 22 जूरी सदस्यों द्वारा इनकी नवाचार, व्यावहारिकता और तकनीकी प्रभावशीलता के आधार पर गहन समीक्षा की गई, जिनमें सरकारी विभागों के 12 वरिष्ठ विशेषज्ञ और 10 इंडस्ट्री के अनुभवी तकनीकी विशेषज्ञ शामिल थे। इसके अतिरिक्त, एआईसीटीई और तकनीकी शिक्षा निदेशालय के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
मेजबान पीआईईटी के निदेशक डॉ. दिनेश गोयल ने कहा कि संस्थान द्वारा हैकथॉन के प्रतिभागियों को अत्याधुनिक तकनीकी इंफ्रास्ट्रक्चर, हाई-स्पीड इंटरनेट, मेंटरिंग सपोर्ट, समर्पित कार्यस्थल और सुगठित हॉस्पिटैलिटी की व्यवस्था सुनिश्चित की गई, ताकि सभी टीमें पूरी क्षमता के साथ नवाचार प्रस्तुत कर सकें। डॉ. अजय मौर्य द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।




