(दिव्य राष्ट्र के लिए दिनेश चंद्र पांडे, प्रबंध निदेशक, शंकर फेनेस्ट्रेशन्स ग्लासेज़)
सुरक्षा ग्लास आधुनिक आर्किटेक्चर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो न केवल सुरक्षा बल्कि इमारत की सुंदरता को भी प्रभावित करता है। यह सिर्फ पारदर्शी या रंगीन ग्लास नहीं है, बल्कि यह इमारत की मजबूती, लोगों की सुरक्षा और रचनात्मक डिजाइन के विकल्प भी प्रदान करता है। चाहे वह खिड़कियां, दरवाजे, दीवारें, या अंदरूनी सजावट हो, सुरक्षा ग्लास का चुनाव इमारत की संरचना और उसमें रहने वालों की भलाई पर असर डालता है। आर्किटेक्ट्स, बिल्डर्स और गृहस्वामियों के लिए सुरक्षा ग्लास की जानकारी और सही उपयोग जरूरी है।
सुरक्षा ग्लास क्या है?
सुरक्षा ग्लास एक प्रकार का ग्लास होता है जिसे टूटने पर कम चोट पहुंचाने के लिए डिजाइन किया जाता है। इसे ऐसे तरीकों से बनाया जाता है जो टूटने पर बड़े, धारदार टुकड़ों में न टूटे जिससे गंभीर चोटें न हों। सुरक्षा ग्लास के दो मुख्य प्रकार होते हैं: टेम्पर्ड ग्लास और लैमिनेटेड ग्लास।
टेम्पर्ड ग्लास: इसे कभी-कभी टफन्ड ग्लास भी कहा जाता है। इसे गर्म किया जाता है और फिर जल्दी से ठंडा किया जाता है, जिससे इसकी ताकत सामान्य ग्लास से चार गुना बढ़ जाती है। यह टूटने पर छोटे-छोटे, कुंद टुकड़ों में बदल जाता है जो चोट के खतरे को कम करते हैं।
लैमिनेटेड ग्लास: इसे दो ग्लास की परतों के बीच एक रेजिन (आमतौर पर पॉलीविनाइल ब्यूटिरल या PVB) की परत लगाकर बनाया जाता है। अगर यह टूटता है तो रेजिन की परत टूटे हुए टुकड़ों को एक साथ पकड़े रहती है और चोट का खतरा कम करती है।
निर्माण में सुरक्षा नियम
निर्माण के दौरान सुरक्षा ग्लास का उपयोग कई स्थानों पर जरूरी होता है, खासकर जहां ज्यादा लोग आते-जाते हैं या टूटने का खतरा ज्यादा हो। सुरक्षा ग्लास खिड़कियों, दरवाजों, छतों और ग्लास की दीवारों में अनिवार्य होता है। यह सुनिश्चित करता है कि इमारतें न केवल सुंदर दिखें, बल्कि सुरक्षित भी हों।
अंतर्राष्ट्रीय निर्माण कोड (IBC) और अन्य स्थानीय नियम सुरक्षा ग्लास के उपयोग के लिए सख्त दिशा-निर्देश देते हैं, खासकर इन स्थानों में:
● जहां ज्यादा लोग आते-जाते हैं, जैसे प्रवेश द्वार और निकासी के रास्ते।
● बाथरूम और गीले क्षेत्र जहां फिसलने और गिरने का खतरा हो सकता है।
● बालकनी और गार्डरेल जो ऊंचाई से गिरने से रोकते हैं।
● छतों और ऊपरी खिड़कियों में जहां टूटने पर कांच नीचे गिर सकता है।
निर्माण में सुरक्षा ग्लास का महत्व
1. सुरक्षा में वृद्धि
सुरक्षा ग्लास का मुख्य उद्देश्य इमारत के निवासियों की सुरक्षा करना है। साधारण ग्लास टूटने पर धारदार टुकड़ों में टूटता है, जिससे गंभीर चोट लग सकती है। लेकिन सुरक्षा ग्लास या तो छोटे-छोटे टुकड़ों में टूटता है या टूटने के बाद भी अपनी जगह पर बना रहता है, जिससे चोट का खतरा कम हो जाता है। यह विशेष रूप से सार्वजनिक इमारतों, कार्यालयों, स्कूलों, अस्पतालों और घरों में बहुत महत्वपूर्ण है।
2. मजबूती में वृद्धि
सुरक्षा ग्लास न केवल साधारण ग्लास से अधिक मजबूत होता है, बल्कि यह तापमान, हवा और प्रभाव को भी अधिक सहन कर सकता है। यह तूफान, बवंडर, या उच्च हवाओं वाले क्षेत्रों के लिए आदर्श है क्योंकि यह अचानक दबाव परिवर्तन से टूटता नहीं है।
लैमिनेटेड ग्लास चोरों से बचाव में भी मदद करता है क्योंकि टूटने के बाद भी यह ग्लास के टुकड़ों को एक साथ बांध कर रखता है, जिससे घुसपैठ करना कठिन हो जाता है।
3. ऊर्जा की बचत और यूवी सुरक्षा
आधुनिक इमारतों में ऊर्जा की बचत महत्वपूर्ण है। सुरक्षा ग्लास, विशेषकर विशेष कोटिंग के साथ बने लैमिनेटेड ग्लास, गर्मी को कम करके ऊर्जा खपत को कम करता है। यह सर्दियों में अंदर की गर्मी को बनाए रखता है और गर्मियों में ठंडक देता है, जिससे बिजली की खपत कम होती है।
साथ ही, लैमिनेटेड ग्लास हानिकारक यूवी किरणों को रोकता है, जिससे इमारत के अंदरूनी हिस्से, जैसे फर्नीचर और कलाकृतियाँ, खराब नहीं होते हैं।
4. ध्वनि निरोधक
सुरक्षा ग्लास, विशेष रूप से laminated glass, बाहरी शोर को कम करने में भी मदद करता है। यह शोर-शराबे वाले क्षेत्रों में उपयोगी है, जहां शांति बनाए रखना महत्वपूर्ण होता है।
5. डिज़ाइन की लचीलापन
सुरक्षा ग्लास न केवल सुरक्षित और मजबूत होता है, बल्कि इससे रचनात्मक और आधुनिक डिज़ाइन भी बनाए जा सकते हैं। इसका उपयोग बड़ी खिड़कियों, गार्डरैल और फैशनेबल भवनों में किया जा सकता है।
6. पर्यावरणीय स्थिरता
सुरक्षा ग्लास का लंबे समय तक उपयोग किया जा सकता है और इसे कई बार रिसाइकिल भी किया जा सकता है। इसके साथ ही, इसका ऊर्जा बचाने वाला गुण इसे पर्यावरण के लिए भी बेहतर विकल्प बनाता है।
सुरक्षा ग्लास सिर्फ चोटों से बचाव के लिए नहीं बल्कि भवनों की मजबूती, ऊर्जा बचत और सुंदरता को भी बढ़ाता है। जैसे-जैसे भवन डिजाइन उन्नत होते जा रहे हैं, सुरक्षा ग्लास का महत्व और भी बढ़ता जा रहा है। यह आज के समय में आवासीय और व्यावसायिक भवनों के लिए एक अनिवार्य सामग्री बन चुका है।