
मुख्य भूमिकाओं में प्रसेंजीत चटर्जी और श्राबंती चटर्जी
मुंबई, दिव्यराष्ट्र*/
बहुप्रतीक्षित देवी चौधुरानी का ट्रेलर आखिरकार रिलीज़ हो गया है और यह किसी सिनेमाई तूफ़ान से कम नहीं। बंगाल के भूले-बिसरे विद्रोह को जीवंत करते हुए ट्रेलर ने महान देवी चौधुरानी और भावानी पाठक के साहस, विद्रोह और ज्वाला को परदे पर उतारा है। प्रसेंजीत चटर्जी और श्राबंती चटर्जी की दमदार मुख्य भूमिकाओं से सजी यह फिल्म 26 सितंबर को पूरे देश में रिलीज़ होने जा रही है।
बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय के प्रतिष्ठित उपन्यास पर आधारित यह फिल्म, 1770 के दशक के संन्यासी-फकीर विद्रोह की पृष्ठभूमि पर भारत की पहली महिला स्वतंत्रता सेनानी की गाथा को फिर से जीवंत करती है।
ट्रेलर पहले ही दर्शकों के दिलों को छू चुका है। इसकी सशक्त झलकियों, तीव्र अभिनय और विद्रोह के कच्चे चित्रण ने दर्शकों को स्तब्ध कर दिया है। सोशल मीडिया पर इसे “रौंगटे खड़े कर देने वाला” और “बंगाली सिनेमा का ऐतिहासिक पल” बताया जा रहा है।
प्रसेंजीत चटर्जी ने ट्रेलर पर अपनी भावनाएँ साझा करते हुए कहा—
“ट्रेलर देखते समय मुझे इतिहास की धड़कन महसूस हुई। भावानी पाठक और देवी चौधुरानी केवल दंतकथाओं के पात्र नहीं थे, वे साहस और विद्रोह के ऐसे तूफ़ान थे जिन्होंने अपने समय की धारा बदल दी। उनकी कहानी को परदे पर उतारना महज़ अभिनय नहीं, बल्कि उस आग, उस अवज्ञा और उस आत्मा को जीना है जो कभी भुलाई नहीं जा सकती। हर फ्रेम ने मुझे इन किरदारों के बोझ और शक्ति का एहसास दिलाया, और उस दुनिया में कदम रखना मेरे लिए बेहद विनम्र अनुभव है।”
श्राबंती चटर्जी, जो शीर्षक भूमिका देवी चौधुरानी निभा रही हैं, ने कहा—
“यह भूमिका मेरे लिए सिर्फ़ एक किरदार नहीं, बल्कि एक भावना है। ट्रेलर एक स्त्री की यात्रा को दिखाता है—दमन से विद्रोह तक। मैं चाहती हूँ कि दर्शक वही शक्ति और आत्मा महसूस करें जो हमने इस फिल्म को बनाते हुए महसूस की। यह उन अनसुने नायकों को समर्पित है जिन्होंने अपनी जान और खून देश को समर्पित कर दिया।”
निर्माता अपरना दासगुप्ता और अनिरुद्ध दासगुप्ता (एडिटेड मोशन पिक्चर्स) तथा सौम्यजीत मजूमदार (लोक आर्ट्स कलेक्टिव) ने संयुक्त बयान में कहा—
“ट्रेलर और देवी चौधुरानी से जुड़ी सिनेमाई प्रस्तुतियों पर जो प्रतिक्रिया मिल रही है, वह अभूतपूर्व है। इस कहानी की शक्ति, तीव्रता और भव्यता दर्शकों के दिलों को छू रही है। देवी चौधुरानी और भावानी पाठक का साहस और विद्रोह परदे पर जिस तरह जीवंत हुआ है, वह वाकई गर्व का क्षण है।”
भारतीय सिनेमा के पहले आधिकारिक इंडो-यूके को-प्रोडक्शन (सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा वेव्स 2025 में घोषित) के रूप में, यह फिल्म वैश्विक स्तर पर महत्वाकांक्षा लिए बंगाल की इस दंतकथा को जीवंत करती है। पंडित बिक्र्रम घोष के संगीत और अर्जुन चक्रवर्ती, बिबृति चटर्जी, दर्शना बैनिक जैसे सशक्त सह-कलाकारों के साथ, देवी चौधुरानी साहस और विद्रोह को फिर से जगाने वाला एक अविस्मरणीय सिनेमाई अनुभव बनने जा रही है।
फिल्म 26 सितंबर को पूरे भारत में रिलीज़ होगी।