जयपुर, दिव्यराष्ट्र/इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजिक्स टीचर्स रीजनल काउंसिल आरसी-06 और आईआईएस (डीन्ड टू बी यूनिवर्सिटी), जयपुर द्वारा एमएमआईटी के सहयोग से भौतिकी के प्रतिष्ठित वैज्ञानिक प्रो. जैनेंद्र जैन के सम्मान में एक विशेष सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। प्रोफेसर जैन को वर्ष 2025 का प्रतिष्ठित वुल्फ पुरस्कार प्राप्त हुआ है।
प्रो. जैन को ठोस अवस्था भौतिकी में उनके क्रांतिकारी योगदान, विशेषकर उनके “कंपोज़िट फर्मीऑन” के सिद्धांत के लिए सम्मानित किया गया। इस सिद्धांत ने क्वांटम हॉल प्रभाव और चरम परिस्थितियों में इलेक्ट्रॉनों के व्यवहार को समझने में गहरा अंतर्दृष्टि प्रदान की है। वुल्फ पुरस्कार को नोबेल पुरस्कार के बाद भौतिकी का सबसे प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय सम्मान माना जाता है, और यह पुरस्कार प्रो. जैन के क्वांटम भौतिकी के क्षेत्र में गहरे प्रभाव को मान्यता देता है।
इस अवसर पर प्रो. जैन ने एक रोचक व्याख्यान “एक अजीब नई ब्रह्मांड: जहाँ विचित्र क्वांटम कण शासन करते हैं” विषय पर दिया। उन्होंने श्रोताओं को क्वांटम कणों, टोपोलॉजिकल पदार्थ और उद्भवित घटनाओं की रहस्यमयी दुनिया की बौद्धिक यात्रा पर ले जाते हुए जटिल क्वांटम अवधारणाओं को सरल भाषा में समझाया और छात्रों, शोधकर्ताओं और प्राध्यापकों को प्रेरित किया।
समारोह के दौरान आईआईएस (डीन्ड टू बी यूनिवर्सिटी) और आईएपीटी आरसी-06 की ओर से प्रो. जैन को संयुक्त रूप से एक प्रशस्ति पत्र भी भेंट किया गया। इस अवसर पर आईएपीटी आरसी-06 के पूर्व अध्यक्ष प्रो. वाई. के. विजय, वर्तमान अध्यक्ष प्रो. के. एस. शर्मा और सचिव प्रो. ऋतु जैन भी उपस्थित रहे। यह आयोजन एमएनआईटी जयपुर द्वारा बड़े गरिमामय ढंग से होस्ट किया गया, जो इस अकादमिक अवसर के लिए एक उपयुक्त मंच सिद्ध हुआ।
इस कार्यक्रम में राजस्थान भर से भौतिक विज्ञानी, अकादमिकगण और छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिससे यह वैज्ञानिक उत्कृष्टता और प्रेरणा का एक अविस्मरणीय आयोजन बन गया।