जयपुर: एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक के संस्थापक, संजय अग्रवाल के फैमिली ऑफिस ने दुनिया के सबसे बड़े साहित्यिक आयोजन – प्रसिद्ध जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के निर्माता टीमवर्क आर्ट्स के साथ हाथ मिलाया है। जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल को ‘दुनिया के महानतम साहित्यिक शो’ के रूप में मनाया जाता है। टीमवर्क आर्ट्स ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, मिस्र, फ्रांस, जर्मनी, हांगकांग, इटली, इज़राइल, कोरिया, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, स्पेन, यू.के., यू.एस.ए. सहित 21 देशों के 72 शहरों में 33 सालाना उत्सव आयोजित करता है।
टीमवर्क आर्ट्स के सह-संस्थापक (को-फाउंडर) संजॉय के. रॉय और उनके सहयोगी बेहतर रचनात्मकता (क्रिएटिविटी) दिखाने वाली टीम के अलावा ज्ञान, साहित्य, कला और इनोवेशन को जोड़ने वाले गहन अनुभवों को मिलाने वाली एक अनुभवी टीम को एक साथ लाते हैं। संजय अग्रवाल और उनका फैमिली ऑफिस अपनी वित्तीय ताकत और समझ का उपयोग करते हुए मौजूदा टीमवर्क आर्ट्स ब्रांड को विकसित करने और कला में उत्कृष्टता के लिए नए अवसर और मंच बनाने में मदद करेंगे। सामूहिक रूप से, दोनों संगठनों ने भारत और विदेशों में कला की परिकल्पना और मूल्यवर्धन के लिए हाथ मिलाया है।
इस साल, टीमवर्क आर्ट्स जयपुर शहर में भव्य साहित्यिक समारोह, सैमसंग गैलेक्सी टैब एस9 सीरीज जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल लेकर आया है, जिसमें 16 भारतीय और 8 अंतर्राष्ट्रीय भाषाओं का प्रतिनिधित्व करने वाले 550 से अधिक लेखक, वक्ता और कलाकार भाग लेंगे। भारतीय भाषाओं में असमिया, अवधी, बंगाली, हिंदी, कन्नड़, कश्मीरी, कुरुख, मलयालम, उड़िया, पंजाबी, राजस्थानी, संस्कृत, तमिल, टोडा, उर्दू और बंजारा भाषा – लमनी (लंबाडा) शामिल हैं। अपने 2023 संस्करण में, यह प्रतिष्ठित महोत्सव 250 मिलियन लोगों तक पहुंचा।
जयपुर के मूल निवासी और दूरदर्शी बैंकर संजय अग्रवाल विचारों की ताकत को समझते हैं। परंपरा को आगे बढ़ाते हुए, संजय अग्रवाल का फैमिली ऑफिस जो कला, संस्कृति और खेल को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है, जयपुर साहित्य महोत्सव और अन्य साहित्यिक उत्सवों की विरासत और उनके सांस्कृतिक महत्व को संरक्षित करने पर गर्व महसूस करता है। बैंकिंग और संस्कृति के बीच एक महत्वपूर्ण संबंध की पहचान करते हुए, संजय टीमवर्क आर्ट्स का एक मजबूत अंग बनकर एक गहरा और सार्थक संबंध देखते हैं। यह ‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता’ के लिए एक मंच तैयार करने की जिम्मेदारी लेते है, जहां ज्ञान, नए विचार और रचनात्मकता फलती फूलती रहे। जयपुर के सांस्कृतिक इको सिस्टम के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ‘एयू जयपुर मैराथन’, ‘एयू जयरंगम’ और ‘इबादत’ आदि कार्यक्रमों जैसी पहल में दिखती है।
एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक के संस्थापक, एमडी और सीईओ, संजय अग्रवाल ने कहा, “संजॉय के. रॉय और टीमवर्क आर्ट्स के साथ मेरा सहयोग दुनिया भर में आयोजित अलग-अलग अनुभव आधारित और बौद्धिक कार्यक्रमों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। हम साहित्यिक आयोजनों के लिए एक नया अध्याय रचने के लिए, एक ऐसा स्थान बनाने के लिए लगातार उत्साहित हैं, जहां विचार पनपते हैं, आवाजें गूंजती हैं, और राष्ट्र की सांस्कृतिक भावना को विश्व स्तर पर पहचान मिलती है। सांस्कृतिक विरासत को न सिर्फ संरक्षित करना बल्कि उसे नई ऊंचाइयों तक ले जाना एक गहन और संयुक्त जिम्मेदारी है। मैं टीमवर्क आर्ट्स के साथ इस अविश्वसनीय यात्रा को शुरू करने के लिए सम्मानित और रोमांचित महसूस कर रहा हूं जिसका सैमसंग गैलेक्सी टैब एस9 सीरीज जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल पहला आयोजन है।”
इस अवसर पर श्रीमती ज्योति अग्रवाल ने कहा, “संजय और मैं दोनों समाज को बांधने और आगे बढ़ाने के लिए संस्कृति की ताकत में विश्वास करते हैं और इस क्षेत्र में पहल का समर्थन करना अपना कर्तव्य मानते हैं। जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल एक प्रतिष्ठित पहल रही है और इसकी जयपुर से जुड़े होने के चलते यह हमारे लिए खास है। हम लंबे समय से टीमवर्क आर्ट्स द्वारा किए जा रहे बेहतर कामों के प्रशंसक रहे हैं और इनकी और भी अधिक उद्देश्यपूर्ण, आगामी यात्रा का हिस्सा बनकर विनम्र और सम्मानित महसूस करते हैं। संजय और मैं संस्कृति, कला, संवाद और ज्ञान के लिए कभी न संतुष्ट होने वाली भूख से प्रेरित एक बेहतर समाज के निर्माण में मदद करने के लिए टीमवर्क आर्ट्स में बड़ी संभावनाएं देख रहे हैं।”
इस विचार का समर्थन करते हुए, टीमवर्क आर्ट्स के मैनेजिंग डायरेक्टर संजॉय के रॉय ने कहा, “हमें संजय अग्रवाल फैमिली ऑफिस के साथ हाथ मिलाकर खुशी हो रही है और हम इसे कला के लिए वैल्यू पैदा करने और कलात्मक अभिव्यक्ति के लिए विविध मंच (डाइवर्स प्लेटफॉर्म) तैयार करने की जिम्मेदारी को आगे बढ़ाने के एक तरीके के रूप में देखते हैं, जहां ज्ञान, नए विचार और रचनात्मकता साथ-साथ आती हैं।”
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल दुनिया के कुछ सबसे अच्छे बौद्धिक लोगों को एक मंच पर लाता है, जहां विचारों, विचारधाराओं, किसी भी बात पर दृष्टिकोण और किसी भी बात पर वैश्विक दृष्टिकोण पर चर्चा, बहस और चुनौती दी जाती है। दुनिया की ‘महानतम’ साहित्यिक सभा के रूप में जाना जाने वाला जयपुर साहित्य महोत्सव भारत को दुनिया के सामने लाता है और दुनिया को भारत में लाता है।