नई दिल्ली: सालासर टेक्नो इंजीनियरिंग लिमिटेड (एसटीईएल) (बीएसई: 540642, एनएसई: SALASAR), इंजीनियरिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर सॉल्यूशंस में वन-स्टॉप समाधान प्रोवाइड करता है। कंपनी रेलवे और पावर सेक्टर्स के लिए टर्नकी ईपीसी सर्विसेज़ प्रदान करने में लगी हुई है, साथ ही टेलीकॉम टॉवर्स के डिज़ाइन और निर्माण में भी लगी हुई है। कंपनी को अपने रेलवे और पावर सेक्टर के पीएसयू ऑर्डर्स की स्टेटस को बांटते हुए खुशी हो रही है।
कंपनी ने रेल्वे और पावर सेक्टर में अपनी उपस्थिति द्वारा अनेक प्रेस्टीजियस पावर सेक्टर के सार्वजनिक उपक्रमों और भारतीय रेलवे की मदद से ट्रांसमिशन लाइनों, उप-स्टेशनों और वितरण लाइनों हेतु अब तक 7,310.3 मिलियन रुपये के कॉन्ट्रैक्ट हैं। अपनी विस्तृत वर्षों की विशेषज्ञता के साथ, सालासर टेक्नो इंजीनियरिंग लिमिटेड (एसटीईएल) अपनी ऑर्डर बुक को मज़बूत करने में सफल रही है और 25,164.3 मिलियन रुपये के एडिशनल कॉन्ट्रैक्ट को पूरा करने के एडवांस्ड स्टेज में है, पिछले कुछ वर्षों में भारतीय रेलवे और विभिन्न बिजली क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रमों द्वारा इसे पुरस्कृत किया गया।
इसके अलावा, कंपनी को विभिन्न अतिरिक्त अनुबंधों के लिए सफल बिडर (बोली लगाने वाले) (एल-1) घोषित किया गया है, जिसकी कुल राशि अब तक 9,793.7 मिलियन रुपये है, जो कि भारत सरकार की संशोधित वितरण क्षेत्र योजना ( RDSS) के तहत ‘नुकसान में कमी के लिए वितरण बुनियादी ढांचे’ के डेवलपमेंट पर केंद्रित है।
सालासर टेक्नो इंजीनियरिंग लिमिटेड (एसटीईएल) अपनी ऑर्डर बुक को दो कैटेगरीज़ में बांटती है, (i) कॉम्पिटेटिव ऑर्डर और (ii) कंटीन्यूअस रेगुलर बिज़नेस ऑर्डर। आज की तारीख में, कंपनी के पास रेलवे और पावर सेक्टर से कॉम्पिटेटिव ऑर्डर कैटिगरीज़ द्वारा लगभग 14,202.71 मिलियन रुपये की अप्रयुक्त ऑर्डर बुक है। टेलीकॉम सेक्टर में हमारे भरोसेमंद ग्राहकों से निरंतर, नियमित और बार-बार मिलने वाले बिज़नेस ऑर्डर से ऑर्डर बुक और भी बेहतर हो जाती है, जिसका अनुमानित मूल्य लगभग 325-350 मिलियन रुपये मासिक है। जबकि वार्षिक मूल्य 4,200 मिलियन रुपये है।
उपरोक्त स्टेटस पर कमेंट करते हुए, सालासर टेक्नो इंजीनियरिंग लिमिटेड (एसटीईएल) की मैनेजमेंट टीम ने कहा कि: “तेजी से बढ़ते रेलवे और पावर सेक्टर्स के सार्वजनिक उपक्रमों में ऑर्डर की स्थिति प्रदर्शित करने में हमें बहुत खुशी हो रही है। पिछले कुछ वर्षों में, भारतीय रेलवे से हमने 1,449.2 मिलियन रुपये मूल्य के ऑर्डर और साथ ही पावर सेक्टर पीएसयू के लिए 5,861.1 मिलियन रुपये के ऑर्डर का सफलतापूर्वक कार्यान्वयन किया है, इसके साथ ही वर्तमान में हम भारतीय रेलवे के लिए 6,091.9 मिलियन रुपये और विद्युत क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रमों के लिए 19,072.4 मिलियन रुपये मूल्य के अतिरिक्त अनुबंधों को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में इन अनुबंधों को सुरक्षित करने से, हमें अपनी उपस्थिति को काफी हद तक मज़बूत करने में मदद मिली है, जिससे बिजली और रेलवे सेक्टर्स की फील्ड में महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर से संबंधित प्रोजेक्ट्स के सपोर्ट के लिए अनुबंधों को कुशलतापूर्वक निष्पादित करने की हमारी क्षमता प्रदर्शित हुई है। यह उद्योग में हमारी निरंतर वृद्धि और रणनीतिक स्थिति को रेखांकित करता है। जैसे-जैसे हम अपनी ऊपर की ओर यात्रा जारी रखते हैं, हमें भारत सरकार की संशोधित वितरण क्षेत्र योजना ( RDSS) के तहत ‘नुकसान में कमी के लिए वितरण बुनियादी ढांचे’ के डेवलपमेंट के लिए अनेक अनुबंधों के लिए बिडर (बोली लगाने वाले) घोषित किया जाता है, जिसकी कुल राशि अब तक 9,793.7 मिलियन रुपये है।
हमारी योग्यता समयबद्ध तरीके से अति सूक्ष्म परिशुद्धता के साथ सम्मानित परियोजनाओं को क्रियान्वित करने में निहित है, साथ ही कहीं भी न्यूनतम समय में संचालन को बढ़ाने की हमारी क्षमता, हमें निरंतर आधार पर भारतीय रेलवे और बिजली क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रमों से लाखों रुपये के अनुबंधों के लिए पसंदीदा विकल्प के रूप में रखती है।
हमारा मानना है कि भारत एक परिवर्तनकारी मोड़ पर है, जहां संपूर्ण ग्रामीण और शहरी आबादी के विद्युतीकरण पर सरकार का जोर है, मौजूदा ट्रांसमिशन प्रणाली को आधुनिक बनाने और उन्नत करने, बड़े पैमाने पर रेलवे नेटवर्क का विस्तार करने और भारतीय रेलवे के मौजूदा नेटवर्क के विद्युतीकरण को पूरा करने की आवश्यकता है, यह कंपनी की बिज़नेस ग्रोथ के लिए एक उत्कृष्ट अवसर प्रदान करेगा। भारत वैश्विक स्तर पर बिजली का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक और उपभोक्ता भी है, और केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (CEA) के अनुमान के मुताबिक 2030 तक भारत की बिजली की आवश्यकता 817 गीगावॉट तक पहुंच जाएगी। इसके अलावा, भारत का बुनियादी ढांचा क्षेत्र उल्लेखनीय वृद्धि के लिए तैयार है, जिससे देश के आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की उम्मीद है। यह ग्रोथ निवेश और व्यापार विस्तार में वृद्धि के लिए अनुकूल माहौल बनाने के लिए तैयार है।
हम लगभग दो दशकों से इस उद्योग में हैं और असाधारण इंजीनियरिंग और निर्माण समाधान प्रदान करने के अपने मुख्य मिशन पर केंद्रित हैं। हमने अनुबंधों को कुशलतापूर्वक सेवा देने के लिए विशेषज्ञता और क्षमता विकसित की है और उपरोक्त क्षेत्र में अपनी सेवा पेशकशों के विस्तार और विकास के अवसरों पर नजर बनाए रखेंगे। हम भारत की वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाने के लिए प्रमुख इंफ्रास्ट्रक्चर एलिमेंट प्रदान करने के लिए अपनी कपैसिटी और कैपेबिलिटी में निवेश करना जारी रखेंगे, चाहे वह पावर ट्रांसमिशन, रेलवे इलेक्ट्रफिकैशन,टेलीकॉम, स्मार्ट सिटीज़, पुल, हैवी स्ट्रक्चउर्स और अन्य बुनियादी ढांचे हों।”
2006 में इनकॉरपोरेटेड, सालासर टेक्नो इंजीनियरिंग लिमिटेड भारत में अनुकूलित स्टील फैब्रिकेशन और इंफ्रास्ट्रक्चर सॉल्यूशंस प्रदाता है। यह इंजीनियरिंग, डिजाइनिंग, फैब्रिकेशन, गैल्वनाइजेशन और डेप्लॉयमेंट करके 360-डिग्री सॉल्यूशंस देता है। सालासर टेक्नो इंजीनियरिंग लिमिटेड के प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में टेलीकम्युनिकेशन टावर्स, पावर ट्रांसमिशन लाइन टावर्स, स्मार्ट लाइटिंग पोल्स, यूटिलिटी पोल्स , हाई मास्ट पोल्स, स्टेडियम लाइटिंग पोल्स, मोनोपोल्स, सबस्टेशन स्ट्रक्चर्स, सोलर मॉड्यूल माउंटिंग स्ट्रक्चर्स, रेलवे इलेक्ट्रिफिकेशन (ओएचई), रोड और रेलवे ओवर-ब्रिज (आरओबी) और कस्टमाइज्ड गैल्वनाइज्ड और नॉन-गैल्वनाइज्ड स्टील स्ट्रक्चर्स सम्मिलित हैं। सालासर टेक्नो इंजीनियरिंग लिमिटेड की सर्विसेस में रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन, पावर ट्रांसमिशन लाइन्स और सोलर पावर प्लांट जैसे प्रोजेक्ट्स के लिए संपूर्ण इंजीनियरिंग, खरीद और कंट्रोल (ईपीसी) प्रदान करना शामिल है।
सालासर टेक्नो इंजीनियरिंग लिमिटेड 2,11,000 एमटीपीए की वर्तमान इन्स्टॉल्ड कपैसिटी के साथ लीडिंग मैन्युफैक्चरर में से एक है, जिसने 25 से अधिक देशों में 600 ग्राहकों को 50,000 से ज़्यादा टेलीकॉम टावर्स, 746 किमी पावर ट्रांसमिशन लाइन्स, 629 किमी रेलवे ट्रैक की आपूर्ति की है।