फोर्टी की ओर से एमओयू मॉनिटरिंग कमेटी का गठन
जयपुर,, दिव्यराष्ट्र/ फेडरेशन ऑफ राजस्थान ट्रेड एंड इंडस्ट्री (फोर्टी) ने राइजिंग राजस्थान- विकसित राजस्थान विषय पर समीक्षा की। फोर्टी की ओर से जानकारी दी गई है कि फोर्टी की देश- विदेश में फैली शाखाओं के सदस्य राइजिंग राजस्थान में करीब 70 हजार करोड़ के एमओयू कर चुके हैं, फोर्टी के सभी सदस्यों ने राजस्थान में 1 लाख करोड़ के एमओयू का लक्ष्य तय किया है । फोर्टी ने चार सदस्यीय राइजिंग राजस्थान इन्वेस्टमेंट एमओयू मॉनिटरिंग कमेटी(एफआरआरआईएमएमसी ) का भी गठन किया है। जिसमें मुख्य सचिव गिरधारी खंडेलवाल, वुमन विंग की महासचिव ललिता कुच्छल, एक्सपो कमेटी चेयरमैन प्रशांत शर्मा और यूथ विंग महासचिव गौरव मोदी शामिल हैं। यह कमेटी एमओयू को निवेश के धरातल पर लाने के लिए सरकार और निवेशक के बीच समन्वय का काम करेगी।
फोर्टी संरक्षक सुरजाराम मील का कहना है कि भजनलाल सरकार राइजिंग राजस्थान की सफलता के लिए पुरजोर तरीके से जुटी हुई है। पिछले इन्वेस्टमेंट समिट की असफलता से सबक सीखते हुए सरकार एमओयू को निवेश के धरातल पर लाने के लिए सभी प्रयास कर रही है। इसमें खास तौर से मॉनिटरिंग और फॉलोअप शामिल हैं। सरकार के अधिकारियों की पूरी टीम एमओयू करने वाले निवेशकों से संवाद कर रही है। इसलिए लगा रहा है कि राइजिंग राजस्थान प्रदेश के आर्थिक विकास में मील का पत्थर साबित होगा।
फोर्टी अध्यक्ष सुरेश अग्रवाल का कहना है कि भजनलाल सरकार के पहले साल में राइजिंग राजस्थान के आयोजन कर इसे सफल बनाने की चुनौती को स्वीकार किया है। अब राइजिंग राजस्थान में के दौरान होने वाले एमओयू को वास्तविक निवेश में बदलने के लिए सरकार के पास पूरे चार साल हैं। जिस तरह से सरकार के प्रतिनिधि निवेशकों के साथ लगातार संपर्क कर रहे हैं , उसे देखकर लग रहा है कि इन्वेस्टमेंट एमओयू को धरातल पर लाने का नया रिकॉर्ड बन सकता है।
फोर्टी यूथ विंग प्रेसिडेंट सुनील अग्रवाल का कहना है कि राइजिंग राजस्थान के बाद प्रदेश को एक बड़ा बूस्टर मिलने वाला है। सभी क्षेत्रों में देश- विदेश के निवेशक राजस्थान में निवेश के लिए आकर्षित हो रहे हैं। यदि यह निवेश राजस्थान में होता है तो आने वाले चार साल में राजस्थान को 350 बिलियन डॉलर की इकॉनोमी बनाने का लक्ष्य मुश्किल नहीं है।
फोर्टी वुमन विंग की जनरल सेक्रेटरी ललिता कुच्छल का कहना है कि राइजिंग राजस्थान में वुमन एंटरप्रेन्योरशिप पर विशेष सत्र रखा गया है। हमारी वित्त मंत्री दिया कुमारी प्रदेश के वित्त प्रबंधन को अच्छे से संभाल रही हैं। राइजिंग राजस्थान से प्रदेश में महिला उद्यमियों को प्रोत्साहन मिलेगा। खासतौर से एमएसएमई, हस्तशिल्प , पर्यटन, एक्सपोर्ट और सर्विस सेक्टर में महिला उद्यमी तेजी से आगे आ रही हैं।