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विश्व पर्यावरण दिवस के दिन रेनो निसान ने 5 जलाशयों को पुनर्जीवित किया

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दिव्या राष्ट्र, चेन्नई: विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर रेनो निसान ऑटोमोटिव इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (आरएनएआईपीएल) ने गर्व के साथ ओरगडम (चेन्नई) में एवं आसपास के क्षेत्रों में 5 और जलाशयों को पुनर्जीवित करने की अपनी योजना का एलान किया है। इसी क्षेत्र में कंपनी का प्लांट है। ये पांच जलाशय उन 10 झीलों के अतिरिक्त हैं, जिन्हें पुनर्जीवित करने का एलान आरएनएआईपीएल ने 2023 में किया था। कंपनी ने ओरगडम/कांचीपुरम क्षेत्र में 10 झीलों एवं तालाबों को पुनर्जीवित करने की दिशा में पिछले साल ही कार्य प्रारंभ कर दिया था। इस तरह से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता के तहत आरएनएआईपीएल की तरफ से पुनर्जीवित एवं संरक्षित किए जा रहे कुल जलस्रोतों की संख्या 15 पर पहुंच गई है।

अपनी नवीनतम प्रतिबद्धता के तहत आरएनएआईपीएल वित्त वर्ष 2024 के दौरान इजीचुर, कडुवानचेरी, वांचुवानचेरी, नारियामपक्कन गांवों में इन पांच अतिरिक्त जलाशयों को पुनर्जीवित करेगी। इन जलाशयों को व्यापक रूप से पुनर्जीवित किया जाएगा, जिसका उद्देश्य इनकी जलधारण क्षमता बढ़ाना, जैव विविधता को बेहतर करना और स्थानीय समुदायों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना है।

इस पहल को लेकर आरएनएआईपीएल के मैनेजिंग डायरेक्टर कीर्ति प्रकाश ने कहा, ‘आरएनएआईपीएल में विनिर्माण प्रक्रियाओं में हम हमेशा जल प्रबंधन को केंद्र में रखते हैं। इन जल स्रोतों को पुनर्जीवित करते हुए हमारा उद्देश्य न केवल जैव विविधता को बढ़ावा देना है, बल्कि स्थानीय समुदायों को समर्थन देना और प्राकृतिक संसाधनों को संरक्षित करते हुए उनके कल्याण को बढ़ावा देना भी हमारा उद्देश्य है। हम साझा प्रयासों की ताकत और ऐसी पहल में विश्वास करते हैं, जिनसे पर्यावरण और हमारे आसपास रहने वालों के जीवन पर स्थायी रूप से सकारात्मक प्रभाव पड़े।’

पिछले साल आरएनएआईपीएल ने कांचीपुरम जिले के ओरगडम में और आसपास के क्षेत्रों में 10 झीलों एवं तालाबों को पुनर्जीवित करने का काम शुरू किया था। कंपनी का प्लांट इसी क्षेत्र में है। आज इस दिशा में उल्लेखनीय प्रगति हो चुकी है। 10 में से 9 झीलों को पुनर्जीवित करने का काम पूरा हो चुका है औेर इन्हें स्थानीय अधिकारियों को सौंप दिया गया है। इससे स्थानीय समुदायों के लिए जल संसाधनों का संरक्षण एवं जैव विविधता सुनिश्चित हुई।

ओरगडम झील पर काम तेजी से चल रहा है और 2024 में काम पूरा हो जाने की उम्मीद है। इसके अतिरिक्त आरएनएआईपीएल ने इस झील के सौंदर्यीकरण का फैसला भी लिया है। इसके तहत पार्क बेंच लगाने और यहां आने वाले लोगों के लिए स्वच्छ जगह तैयार करने जैसे कदम उठाए जाएंगे।

आरएनएआईपीएल के प्रयासों से अब तक कुल मिलाकर ओरगडम के आसपास के विभिन्न जल स्रोतों की जलधारण क्षमता में 17 करोड़ लीटर से ज्यादा की वृद्धि हुई है।

पर्यावरणीय संसाधनों को संरक्षित करने और अपने कार्बन फुटप्रिंट को कम करने की दिशा में आरएनएआईपीएल लगातार समर्पित है। वर्षा जल संचयन, जीरो डिस्चार्ज पॉलिसी और जल स्रोतों को पुनर्जीवित करने जैसी जल प्रबंधन की विभिन्न पहल के माध्यम से आरएनएआईपीएल पर्यावरण के अनुकूल विनिर्माण की प्रक्रियाओं को लेकर उदाहरण स्थापित कर रही है। इससे सकारात्मक बदलाव आया है और आने वाली पीढ़ियों के लिए ज्यादा हरित एवं टिकाऊ भविष्य की नींव पड़ी है।

हाल ही में आरएनएआईपीएल को कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री – सदर्न रीजन एनवायरमेंट,हे ल्थ एंड सेफ्टी (सीआईआई-एसआर ईएचएस) एक्सीलेंस अवार्ड के 16वें संस्करण में जल प्रबंधन के लिए स्वर्ण पदक प्रदान किया गया था। यह पदक पर्यावरण संरक्षण एवं संसाधनों का जिम्मेदारी के साथ प्रयोग करने की दिशा में कंपनी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

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