
रेमंड की 100 साल की कहानी एआई से जीवीत हो उठी
मुंबई, दिव्यराष्ट्र*– विश्वास, गुणवत्ता और उत्कृष्टता के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में, भारत के स्वदेशी ब्रांड रेमंड ने अपनी शताब्दी का जश्न अपनी भविष्य की तैयारी के एक आकर्षक प्रतीक के साथ मनाया एक संगीतमय श्रद्धांजलि फिल्म जो पूरी तरह से जनरेटिव एआई द्वारा संचालित है। अपनी तरह की पहली पहल में, 3.5 मिनट की यह फिल्म एआई-जनरेटेड मॉडलों को यथार्थवादी मानवीय व्यक्तित्वों के साथ जीवीत करती है, तकनीक और भावनाओं को एक सिनेमाई कथा में ढालती है जो विरासती ब्रांडों के लिए कहानी कहने के महत्व को नए सिरे से परिभाषित करती है।
फिल्म के पीछे का सफ़र यह महत्वाकांक्षी परियोजना 16 अगस्त, 2025 को शुरू हुई, जब क्रिएटिव एजेंसी मार्केटिंग मोजिटो को रेमंड के विज़न को एक जीवंत, गतिशील एआई-संचालित श्रद्धांजलि में बदलने का काम सौंपा गया। स्क्रिप्टिंग और स्टोरीबोर्डिंग से लेकर फ़्रेम, किरदार और परिवेश तैयार करने तक – हर पहलू को बिल्कुल नए सिरे से गढ़ा गया। टीम ने लगभग 15 दिनों तक, सर्वर क्रैश, रेंडरिंग त्रुटियों और रचनात्मक बाधाओं को पार करते हुए, एक ऐसा सिनेमाई टुकड़ा तैयार किया जो इस प्रतिष्ठित आयोजन के लिए समय पर रेमंड की सदियों पुरानी नवाचार की भावना को दर्शाता है।
शताब्दी ट्रिब्यूट न सिर्फ रेमंड की समृद्ध विरासत का सम्मान करती है, बल्कि भविष्य की ओर एक साहसिक कदम का भी संकेत देती है, जहां रचनात्मकता और तकनीक का संगम होता है। भले ही ब्रांड नए ज़माने की कहानियाँ गढ़ने के लिए एआई को अपना रहा है, लेकिन इसका मूल उस शिल्प कौशल और मूल्यों में ही निहित है जिन्होंने इसे एक सदी से परिभाषित किया है।
रोहित खन्ना, कॉर्पोरेट संचार प्रमुख, रेमंड समूह ने कहा,”रेमंड में, हमारा लक्ष्य एक ट्रिब्यूट से कहीं बढ़कर, एक शताब्दी पुरानी विरासत और आने वाले असीम भविष्य के बीच एक जीवंत सेतु का निर्माण करना था। एआई का इस्तेमाल करके, हम विरासत और नवाचार को एक ऐसी प्रेरक कहानी में पिरोने में सक्षम हुए जो दर्शाती है कि हम कौन हैं और हम कहाँ जा रहे हैं। इस पैमाने की परियोजना को केवल कुछ हफ़्तों में पूरा करना हमारी टीम की चुस्ती-फुर्ती और मानवीय रचनात्मकता तथा बुद्धिमान तकनीक के एक साथ मिलकर काम करने से क्या संभव हो जाता है, इसका प्रमाण है।”
मार्केटिंग मोजिटो के सीईओ, राहुल अरोड़ा ने कहा,”यह परियोजना साबित करती है कि एआई मानवीय रचनात्मकता की जगह नहीं लेता, बल्कि उसे और निखारता है। हमारा उद्देश्य तकनीक को भावनाओं के साथ मिलाना था, और रेमंड ट्रिब्यूट इसके लिए एक आदर्श कैनवास बन गई। यह एक नया मानक स्थापित करता है कि कैसे पुराने ब्रांड नवाचार का उपयोग करके कालातीत कहानियाँ कह सकते हैं।” हर फ्रेम संतुलन का एक अभ्यास था, जिसने सौ साल पुराने ब्रांड की आत्मा को अक्षुण्ण रखते हुए तकनीक को भविष्य को चित्रित करने का अवसर दिया। एआई हमारा ब्रश बन गया, लेकिन भावनाएं अभी भी रंग थीं।






