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प्राइड@गोदरेज 2025: प्रतीकवाद से परे, LGBTQIA+ की आवाज़ और व्यवसायों को सशक्त बनाना

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मुंबई, , दिव्यराष्ट्र/ इस वर्ष, Pride\@Godrej ने गोदरेज इंडस्ट्रीज ग्रुप के भीतर सांस्कृतिक समावेशन के दस वर्षों के प्रयासों को आगे बढ़ाते हुए एक ऐसा मंच तैयार किया है, जहां प्रामाणिक क्वीयर कहानियां, उद्यमशीलता की भावना और कलात्मक अभिव्यक्ति को सशक्त रूप से प्रस्तुत किया जा सके।

हाल ही में समूह ने अपने मुख्यालय गोदरेज वन में एक जीवंत प्राइड मार्च का आयोजन किया, जिसका नेतृत्व गोदरेज इंडस्ट्रीज कैपिटल के मैनेजिंग डायरेक्टर मनीष शाह ने किया, और इसमें संगठन के सीनियर लीडर्स ने भाग लिया। यह मार्च LGBTQIA+ समुदाय के प्रति एकजुटता का सशक्त प्रदर्शन था, जिसमें भारत और दुनिया भर में गोदरेज के क्वीयर कर्मचारी और उनके सहयोगी शामिल हुए।

Pride\@Godrej 2025 की मुख्य विशेषताओं में से एक था क्वीयर दिशा निर्देश (Queer Directions) का शुभारंभ — यह वेस्टलैंड बुक्स के सहयोग से शुरू की गई एक अग्रणी प्रकाशन श्रृंखला है, जिसका उद्देश्य क्वीयर की आवाज़ और कहानियों को सामने लाना है। इस कार्यक्रम की शुरुआत पिच बाज़ार से हुई, जहां एक दर्जन से अधिक अप्रकाशित क्वीयर लेखकों को प्रकाशकों और मीडिया विशेषज्ञों से मिलने का अवसर मिला। साथ ही, एक क्वीयर बाज़ार में क्वीयर-स्वामित्व वाले छोटे व्यवसायों द्वारा बनाए गए उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गई, जिससे दृश्यता और आर्थिक अवसरों को बढ़ावा मिला।

यह उत्सव ‘झुमकेवाली’ नाटक के मनमोहक प्रदर्शन के साथ समाप्त हुआ, जिसे गोदरेज प्रॉपर्टीज़ लिमिटेड का सहयोग और समर्थन प्राप्त था। यह नाटक 1970 के दशक की पृष्ठभूमि में लेस्बियन के पहले प्यार और आत्म-खोज के विषयों की पड़ताल करता है। कई भारतीय भाषाओं में प्रदर्शित, इस नाटक ने आयोजन के समावेशी लोकाचार को मूर्त रूप दिया, जिसमें भारत की भाषाई और सांस्कृतिक विविधता के साथ क्वीयरता और भारत की भाषाई-सांस्कृतिक विविधता का सुंदर संगम था।

यह पूरे दिन चलने वाला कार्यक्रम संस्कृति, संवाद और समुदाय को एक साथ बुनता है, पूरी तरह से सोच-समझकर तैयार किए गए अनुभवों के ज़रिए।

 

गोदरेज डीईआई लैब के प्रमुख और क़्वियरिस्तान पुस्तक के लेखक पार्मेश शाहनी ने कहा, ‘इस आयोजन की सबसे खास बात यह है कि हमने केवल इंद्रधनुषी रंगों तक सीमित न रहकर वास्तविक अवसरों का सृजन किया। जब क्वीयर लेखक आत्मविश्वास से अपनी कहानियां पेश करते हैं, जब छोटे क्वीयर व्यवसायों को मंच मिलता है, तभी समावेशन की सच्ची शक्ति दिखती है। तभी आप जानते हैं कि समावेशन काम कर रहा है। हम सिर्फ़ विविधता के बारे में बात नहीं कर रहे हैं; हम सक्रिय रूप से क़्वियर आवाज़ों को फलने-फूलने के लिए रास्ते बना रहे हैं।’

यह वेस्टलैंड बुक्स की प्रकाशक कार्तिका वी.के. ने कहा, ‘क्वीयर दिशा निर्देश (Queer Directions) की शुरुआत इस विश्वास का प्रतीक है कि शानदार कहानियों को शानदार मंच मिलना चाहिए। यह सिर्फ प्रकाशन नहीं है, यह सुनिश्चित करना है कि सच्ची क्वीयर कहानियां भारतीय साहित्य में अपनी सही जगह पा सकें और पाठकों तक पहुंच सकें, जिन्हें किताबों में अपना प्रतिबिंब देखने की ज़रूरत है।’

जून माह के दौरान समूह की सभी कंपनियां प्राइड-केन्द्रित अनेक पहलों में भाग लेंगी, जो प्रतीकात्मकता से आगे जाकर वास्तविक बदलाव लाने का प्रयास हैं। गोदरेज प्रॉपर्टीज अपने सभी ज़ोनों में प्राइड मार्च, स्टोरीटेलिंग सत्र, समावेशी कार्यशालाएं और कला प्रतियोगिता, दीवार चित्रण जैसे रचनात्मक कार्यक्रमों के साथ प्राइड मना रहा है। गोजरेज कैपिटल Pride\@Godrej One के तहत नुक्कड़ नाटक, सहयोगी पैनल, LGBTQIA+ हायरिंग ड्राइव और वेलनेस प्रोग्राम्स आयोजित कर रहा है। गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स वैश्विक अभियान QueeRising 2025 प्रोग्राम चला रहा है, जो क्वीयर पहचान को संवाद, जुड़ाव और प्रेरक बदलाव के ज़रिए मनाता है। गोदरेज केमिकल्स जागरूकता अभियानों और LGBT+ सेंसिटाइजेशन वर्कशॉप्स के माध्यम से प्राइड मना रहा है, जबकि गोदरेज एग्रोवेट लिमिटेड कार्यस्थल में सहयोगिता बढ़ाने पर केंद्रित कर्मचारियों के लिए कार्यशालाएँ आयोजित कर रहा है।

इस वर्ष भी, प्राइड फ्लैग और अन्य क्वीयर-अनुकूल संकेतों ने कर्मचारियों और आगंतुकों के बीच अर्थपूर्ण संवाद को जन्म दिया है, जो संगठन की बढ़ती प्रतिबद्धता को दृश्यता, संवाद और वास्तविक समावेशन की दिशा में दर्शाते हैं।

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