करौली,, दिव्यराष्ट्र/ हिंडौन सिटी उपखंड के गांव गांव गांवडा मीणा पूनम जगरवाड पुत्री छुट्टनलाल मीणा मुख्य प्रबंधक बैंक ऑफ़ बरोदा (बांदीकुई शाखा) ने राजस्थान न्यायिक सेवा परीक्षा 2024 में समान वर्ग में 180 वी रैंक एवं एसटी वर्ग में 12वीं रैंक हासिल कर क्षेत्र क्षेत्र का नाम रोशन करते हुए अपनों को किया गोर्बान्वित । आपको बता दें कि इस क्षेत्र में कानून के राज से अधिक अपने क्षेत्रीय पंच पटेलो की हुकूमत चलती है अक्सर उनके फैसले भी न्याय संगत होते हैं जिन्हे क्षेत्र में सर्वसम्मति से माना जाता रहा है अपराध के हिसाब से कठोर दंड की वजह से इस क्षेत्र में अपराधों की संख्या बहुत कम है आज भी लोगों में कानून से ज्यादा खाप पंचायत का भय बना रहता है। लेकिन आप इसी क्षेत्र की पूनम जहां भी रहेगी कानून का राज कायम कर करेगी संवैधानिक फैसले ,पूनम की गृहणी मां छोटी देवी ने बताया कि एक तरफ दीपावली की खुशियां साथ ही बेटी का आरजेएस में होना मेरे लिए बहुत बड़े गर्व की बात है मुझे लगता है पिता के द्वारा दिए गए संस्कार एवं मेरी मेहनत सफल हुई रिश्तेदार एवं साहब के मिलने वाले लगातार बधाइयां दे रहे हैं मैं अपनी खुशी को शब्दों से व्या नहीं कर सकती । पूनम का कहना है मैंने मेरी 5 वर्षीय कानून की डिग्री एलएलबी जेएनयू जयपुर से की एवं मास्टर डिग्री राजस्थान विश्वविद्यालय से 2018 में की थी। और आरजेएस को अपना लक्ष्य बना लिया जिसे हासिल कर आज मुझे खुशी है मेहनत का फल मीठा होता है। आगे उन्होंने बताया मेरे दो भाई हैं जो की सरकारी सेवा की तैयारी कर रहे हैं गांव में संयुक्त परिवार है जिसके लिए पापा हर रविवार को अपना समय गांव में ही देते हैं उन्होंने हमेशा अपने बच्चे और भाइयों के बच्चे एवं भाइयों को साथ लेकर चलने की प्रेरणा दी है। पूनम ने बताया संयुक्त परिवार में चाचा मानसिंह खेती का कार्य संभालते हैं एवं छोटे चाचा भरोसी लाल व्याख्याता के पद पर कार्य रहते हैं वही सबसे छोटे वाले चाचा बनेसिंह मीणा बैंक मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं मुझे भगवान पर पूर्ण भरोसा रहा है साथ ही मेरी सफलता का श्रेय मेरे परिवार को देना चाहती हूं जिन्होंने हमेशा मेरा हौसला बढ़ाया और मेरे लिए मार्गदर्शन का कार्य किया। कैलाश सरपंच, रमेश,लखन पटेल , रामरूप पटेल,पूर्व प्राचार्य जगराम मीणा गड़ी, लाखन सिंह कक्कड़, हरिकेश तहसीलदार, देवी सिंह, डा० बृजलाल मीणा आदि क्षेत्रीय लोगों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार किया।