जयपुर, दिव्य राष्ट्र/ पूर्णिमा इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (पीआईईटी) में राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) यूनिट की शुरुआत हुई और ‘एम्पावरिंग यूथ, एनरिचिंग लाइव्ज’ थीम पर इसका ओरिएंटेशन प्रोग्राम आयोजित किया गया। भारत सरकार के एनएसएस के क्षेत्रीय निदेशक एस.पी. भटनागर इसके मुख्य अतिथि थे। उन्होंने युवा सशक्तिकरण और सामाजिक जिम्मेदारी के बारे में बात की। इस अवसर पर डॉ. कृष्ण कुमार कुमावत विशिष्ट अतिथि थे। साथ ही एनएसएस के वरिष्ठ सांख्यिकी अधिकारी दिनेश गुप्ता और राजकीय महाविद्यालय, जयपुर की प्रिंसिपल व एनएसएस-जयपुर की पूर्व जिला समन्वयक डॉ. स्निग्धा शर्मा भी उपस्थित रहे। इन अतिथियों ने सामुदायिक सेवा में युवाओं की भागीदारी के महत्व को रेखांकित किया।
ओरिएंटेशन प्रोग्राम में वॉलिंटियरिंग के जरिए जिम्मेदार नागरिक तैयार करने और सकारात्मक सामाजिक प्रभाव उत्पन्न करने में एनएसएस की महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा की गई। साथ ही स्टूडेंट्स में लीडरशिप क्वालिटी और सामाजिक चेतना को बढ़ावा देने के लिए संगठन की प्रतिबद्धता पर विशेष जोर दिया गया। गणेश वंदना व पारंपरिक दीप प्रज्ज्वलन के बाद पीआईईटी की एनएसएस प्रोग्राम ऑफिसर डॉ. नूपुर जैन ने ओरिएंटेशन प्रोग्राम की गतिविधियों की जानकारी दी। इंस्टीट्यूट के प्रिंसिपल व डायरेक्टर डॉ. दिनेश गोयल ने जीवन में एनएसएस की महत्ता के बारे में बताया। रजिस्ट्रार डॉ. गौतम सिंह द्वारा स्वागत भाषण दिया गया। स्टूडेंट्स ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों और एनएसएस गीत की प्रस्तुति दी। अंत में एनएसएस क्लब के कप्तान खगेंद्र यादव द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
विकसित भारत चैलेंज के सेमीफाइनल में एनएसएस के आयुष सोनी –
पीआईईटी के डेटा साइंस प्रथम वर्ष के स्टूडेंट आयुष सोनी ने केंद्र सरकार के युवा मामले और खेल मंत्रालय द्वारा आयोजित राष्ट्रीय प्रतियोगिता ‘विकसित भारत यंग लीडर्स डायलॉग-2025’ के सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई किया है। यह प्रतियोगिता 11 व 12 जनवरी को नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित होने वाले नेशनल यूथ फेस्टिवल के तहत आयोजित की जाएगी। इसमें चयनित प्रतिभागी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष भारत के विकास के संदर्भ में अपना दृष्टिकोण प्रस्तुत करेंगे। प्रारंभिक क्विज राउंड और निबंध चैलेंज में उल्लेखनीय प्रदर्शन के आधार पर आयुष सेमीफाइनल में पहुंचे हैं। यहां राज्य चैम्पियनशिप स्तर पर वे अपने विचार प्रस्तुत करेंगे, जिसके आधार पर राष्ट्रीय फाइनल में प्रवेश दिया जाएगा।