मुंबई, दिव्यराष्ट्र/रिलायंस फाउंडेशन की संस्थापक और अध्यक्ष श्रीमती नीता अंबानी ने नीता मुकेश अंबानी कल्चरल सेंटर (एनएमएसीसी) में गुरु पूर्णिमा का भव्य आयोजन किया। यह आयोजन, जो पिछले वर्ष शुरू हुआ था, गुरु-शिष्य परंपरा को सम्मानित करता है। श्रीमती नीता अंबानी ने कहा, “गुरु-शिष्य परंपरा हमारी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर की रीढ़ रही है।”
कार्यक्रम की शुरुआत श्रीमती नीता अंबानी के भावनात्मक संदेश से हुई, जिसमें उन्होंने शिक्षकों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “हमारे जीवन में हमारे माता-पिता पहले शिक्षक होते हैं। मेरे जीवन में मेरे माता-पिता की भूमिका के लिए मैं अत्यंत आभारी हूं। मेरे पिता की दयालुता और मेरी माँ की अडिग निष्ठा और मेहनत ने मुझे गहराई से प्रभावित किया है। यह हमारा सपना है कि हमारी धरोहर और परंपराएं सराही जाएं और आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचें। मुझे खुशी है कि यह सपना साकार हो गया है।”
कार्यक्रम में घटनम सिम्फनी का प्रदर्शन हुआ, जिसमें विद्वान विक्कु विनायकम के परिवार की तीन पीढ़ियों – वी. सेल्वा गणेश, उमा शंकर और स्वामीनाथन सेल्वा गणेश – ने भाग लिया। विनायकम परिवार के सबसे कम उम्र के कलाकार तत्त्व ने भी अपनी शुरुआत इस कार्यक्रम से की।
आने वाले कार्यक्रमों में रतिकांत मोहपात्रा अपने पिता ओडिसी कलाकार गुरुजी श्री केलुचरण मोहपात्रा को श्रद्धांजलि देंगे और भरतनाट्यम मएस्त्रो रमा वैद्यनाथन अपनी बेटी सन्निधि और 25 शिष्यों के साथ प्रस्तुति देंगी। 27 जुलाई को राहुल शर्मा, 50-सदस्यीय ऑर्केस्ट्रा के साथ, अपने पिता पंडित शिवकुमार शर्मा को रागों और शास्त्रीय संगीत के माध्यम से श्रद्धांजलि देंगे।