
दिव्यराष्ट्र, नई दिल्ली: फ्यूचर रेडी यूनिविर्सिटी, एनआईआईटी यूनिवर्सिटी (एनयू) ने अपने नीमराणा परिसर में अपना 15वां दीक्षांत समारोह मनाया, जो शैक्षणिक उत्कृष्टता और उद्योग तत्परता में एक और माइल स्टोन साबित हुआ।
इस वर्ष, स्नातक वर्ग ने चुनौतीपूर्ण बाजार परिस्थितियों के बावजूद 100 प्रतिशत प्लेसमेंट हासिल किया, जिससे एनयू की छात्रों को लगातार सफल कैरियर के लिए तैयार करने की परंपरा जारी रही। एनयू ने बीटेक स्नातकों के लिए 95 प्रतिशत और प्रबंधन कार्यक्रमों के लिए 89 प्रतिशत का असाधारण रोल फिटमेंट हासिल किया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि छात्रों को न केवल प्लेसमेंट मिला है, बल्कि उनके कौशल और आकांक्षाओं के अनुरूप भूमिकाएँ भी मिली हैं। 50 प्रतिशत से ज्यादा छात्रों को प्री-प्लेसमेंट के दौरान ही ऑफर मिले, जो एनयू की टेलेन्ट डेवलमेंट एक्सपर्टीज में उद्योग के मजबूत विश्वास को दर्शाता है।
दीक्षांत समारोह में सम्बोधित करते हुए, एनआईआईटी यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति, श्री अमिताभ कांत ने कहा, ‘‘हमें गर्व है कि हमारे छात्र कार्य के भविष्य को आकार देने के लिए एआई जैसी आधुनिक तकनीकों को अपना रहे हैं। आज, हम न केवल परिणामों का, बल्कि अपने स्नातकों की गुणवत्ता, तत्परता और क्षमता को भी सेलिब्रेट कर रहे हैं, जो एनआईआईटी यूनिवर्सिटी की समग्र शिक्षा और वैश्विक प्रभाव डालने वाले नेताओं को विकसित करने की उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
एनआईआईटी यूनिवर्सिटी के प्रेसिडेंट प्रो. प्रकाश गोपालन ने कहा, ‘‘15वां दीक्षांत समारोह इंडस्ट्री रिलेवेंस और छात्रों की सफलता पर हमारे निरंतर ध्यान को दर्शाता है। हमारे स्नातक अपने करियर में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए स्किल, नाॅलेज और कॉन्फिडेंस के साथ एनयू से निकलते हैं। हमारी समग्र शिक्षा आलोचनात्मक सोच, समस्या समाधान और एक्स्ट्रा केरिक्यूलम को बढ़ावा देती है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि हमारे छात्र पूर्णतः कुशल प्राॅफेशनल बनें। हमें गर्व है कि 2025 की कक्षा ने 100 प्रतिशत प्लेसमेंट हासिल किया, जिससे फ्यूचर यूनिवर्सिटी के निर्माण के हमारे दृष्टिकोण की पुष्टि होती है।‘‘
श्री अमिताभ कांत और प्रो. गोपालन के अलावा, इस कार्यक्रम में एनयू के फाउण्डर श्री राजेंद्र एस. पवार और को-फाउण्डर श्री विजय थडानी भी उपस्थित थे। दीक्षांत समारोह के मुख्य वक्ता फ्रैक्टल एनालिटिक्स के को फाउण्डर और समूह सीईओ तथा नैसकॉम के उपाध्यक्ष श्री श्रीकांत वेलमकन्नी थे।