(डा.सीमा दाधीच)
केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तुत वर्ष 2024, 25के आम बजट से देश की जनता को यह स्पष्ट संकेत देने का प्रयास किया गया है कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार भारत के मध्यम वर्गीय परिवारों के कल्याण के लिए भी सजग और जागरूक है। इस बजट के माध्यम से सरकार ने भविष्य की योजना का नक्शा प्रस्तुत किया है जो स्वागत योग्य है। अभी तक बजट भविष्य की राजनीति को देख कर ही पेश किए जाते थे ताकि लोकसभा चुनाव के दौरान सत्तारूढ़ दल को लाभ मिले लेकिन इस समय प्रस्तुत बजट किसी चुनावी उद्देश्यके लिए नहीं होकर देश हित में समर्पित बजट है इसलिए इसकी सराहना करना भी जरूरी है।केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार (1 फरवरी2025) को अपना 8वां बजट पेश किया। इस बजट में मध्यम वर्ग के लोगों के लिए चिकित्सा क्षेत्र में भी विशेष ध्यान दिया गया है क्योंकि किसी भी देश की खुशहाली के लिए स्वस्थ नागरिक होना जरूरी है।
मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में अगले 5 वर्षों में 75000 और सीटें बढ़ाने के लक्ष्य की दिशा में अगले वर्ष 10000 अतिरिक्त सीटें बढ़ाई जाएंगी इससे देश के विद्यार्थियों को देश में ही शिक्षण लाभ मिलेगा यह बहुत सराहनीय कदम है। देश की अर्थव्यवस्था को देखते हुए अभी हमारे युवा के भारत के बाहरअन्य देशों में मेडिकल शिक्षा के लिए जा रहा है क्योंकि देश में आज भी गवर्नमेंट यूनिवर्सिटी कम है। भारत की जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए और हमारे देश की अर्थव्यवस्था का आकलन करते हुए हमें सरकारी मेडिकल कॉलेज में बढ़ोतरी करनी होगी । हमारी वित्त मंत्री महिला होने के नाते ने ममता की मूर्ति है इसलिए उन्होंने बच्चों के भविष्य के लिए अनुसंधान, विकास और नवाचार पर विशेष ध्यान दिया । बजट चूंकि चुनावी स्थिति के दबाव वाला नहीं था इससे वित्त मंत्री के अथाह विकास पर ध्यान देने से स्पष्ट है कि देश के विकास की गति पर ध्यान दिया गया है। और इस सरकार के शेष चार वर्ष के कार्यकाल में भारत और अधिक मजबूत राष्ट्र बनेगा।
बजट में दलहन में आत्मनिर्भरता ,मत्स्य उद्योग,किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से अधिक ऋण,भारत को ‘वैश्विक खिलौना केंद्र’ बनाते हुए उच्च गुणवत्ता वाले अनूठे नवीन और पर्यावरण के अनुकूल खिलौने बनाने की योजना बताती हैं कि हमारी सरकार प्रकृति और पर्यावरण पर ध्यान देने से आने वाली पीढ़ी के स्वास्थ्य के लिए अच्छा कदम है।
ज्ञान भारतम मिशन*
शैक्षिक संस्थानों, संग्रहालयों और निजी संग्रहकर्ताओं के साथ पांडुलिपी विरासत के सर्वेक्षण, प्रलेखन और संरक्षण के लिए ज्ञान भारतम मिशन बनाने का प्रस्ताव रखा गया है इसके तहत एक करोड़ से अधिक पांडुलिपियां शामिल की जाएंगी, यह मानव को पुर्वजों के कार्यों से प्रेरणा लेने का संदेश देती है।
पहली बार केंद्रीय बजट में पर्यटन ,टॉय सेक्टर, लेदर, फुटवेयर और 100 एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट कृषि क्षेत्र में नई टेक्नोलॉजी का समावेश किया गया है इससे ये ग्रोथ विथ जॉब्स का बजट है साथ ही जियो स्पेशल सेक्टर हो या फिर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हो, या कटिंग टेक्नोलॉजी, इन सभी सेक्टर पर बजट में फोकस किया गया है,ये सारे क्षेत्र मिलाकर ग्रोथ देंगे और ये ग्रोथ विथ जॉब्स का बजट है। यह सही है शिक्षा के क्षेत्र पर भी ध्यान दिया लेकिन जो बच्चे शिक्षा ले चुके उनको आज के दौर में स्किल से नहीं जुड़े हैं उनके उत्थान या स्वयं का रोज़गार वाली नीति के लिए सरकार का कदम होना चाहिए जिससे बेरोजगारी की खाई को पाट सके मध्यम वर्ग में आज भी लाखों युवा पुरानी पद्धति वाली शिक्षा से जुड़े थे उन युवाओं के लिए 12 लाख इनकम तक टैक्स फ्री केवल सपने जैसे ही प्रतीत होता हैं युवाओं के कौशल प्रशिक्षण सेंटर और अधिक होगी तो बेरोज़गारी की दर में सुधार हो सकता है। सरकार का मुख्य कदम सभी ग्रामीण क्षेत्र को ब्रॉडबैंड से जोड़ना देश को उन्नति की राह देखने को मिल रहा है। बजट में सीनियर सिटीजंस के लिए टीडीएस की सीमा में दो गुना बढ़ोतरी से वरिष्ठजनों की बचत में बढ़ोतरी होगी। देश में एआई के उत्कृष्ट का केंद्र बनेंगे यह शिक्षा में एआई को एकीकृत करने ,छात्रों को भविष्य की प्रौद्योगिकी के लिए तैयार करने वाला बजट है। बजट की रूप रेखा सभी देशवासियों के लिए तैयार की गई है अब कार्य की गति ही जनता को राहत देगी।