
शिलांग, दिव्यराष्ट्र* मेघालय सरकार के अर्बन अफ़ेयर्स विभाग ने शिलॉन्ग म्यूनिसिपल बोर्ड के सहयोग से 17 सितम्बर 2025 को स्वच्छता ही सेवा अभियान की शुरुआत की। यह देशव्यापी स्वच्छता अभियान 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर 2025 तक चलेगा। इस वर्ष का विषय है – “स्वच्छोत्सव: स्वच्छता का पर्व”।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विभाग की सचिव डब्ल्यू. ए. एम. बूथ शडाप (आईएएस) ने कहा, “2014 में स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत के बाद से यह एक जन आंदोलन बन चुका है। मेघालय में 2 अक्टूबर 2014 से अब तक 6000 से अधिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं, जो राज्य के हर हिस्से तक पहुँचे हैं।”
उन्होंने बताया कि अब तक 3 लाख से अधिक छात्रों ने ज़ीरो-लिटरिंग कैम्पेन में भाग लिया है, जो यह दिखाता है कि नई पीढ़ी स्वच्छता और वेस्ट मैनेजमेंट में बदलाव ला रही है। मुख्य अतिथि ने उपस्थित लोगों को स्वच्छता ही सेवा की शपथ भी दिलाई।
मुख्य भाषण में शहरी कार्य विभाग के संयुक्त निदेशक के. खारुमनुइद ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन का लक्ष्य “कचरा मुक्त भारत” है, जिसे टिकाऊ वेस्ट मैनेजमेंट और स्वच्छता से हासिल किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि मेघालय के शहरी क्षेत्रों में प्रतिदिन लगभग 315 टन ठोस कचरा निकलता है। वर्तमान में 215 टीपीडी (टन प्रति दिन) की प्रोसेसिंग क्षमता उपलब्ध है, जिनमें से 91 टीपीडी की सुविधा स्वच्छ भारत मिशन 2.0 के अंतर्गत विकसित की गई है। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे जिम्मेदारी से कचरे का निपटान करें और अधिक से अधिक पुनर्चक्रण करें। साथ ही उन्होंने राज्य के ओपन डिफेकेशन फ्री दर्जे की जानकारी दी और राजधानी क्षेत्र में सीवेज ट्रीटमेंट सिस्टम की योजनाओं की घोषणा की।कार्यक्रम की खास आकर्षण रही पैनल चर्चा “सेग्रिगेशन एट सोर्स: द फाउन्डेशन फॉर इफेक्टिव वेस्ट मैनेजमेंट” पर। विशेषज्ञों ने इसमें स्वच्छता, पर्यावरण जागरूकता और टिकाऊ कचरा पृथक्करण की ज़रूरत पर विचार साझा किए।
इस अवसर पर कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे, जिनमें डब्ल्यू. ए. एम. बूथ शडाप (आई ए एस), के. खारुमनुइद, आर. खारबिखिव (उप सचिव), के. वाहलांग (संयुक्त निदेशक, तकनीकी), एफ. बी. चाइन (एक्ज़िक्यूटिव इंजीनियर्स, शिलॉन्ग म्यूनिसिपल बोर्ड), एम. लिंटन (एक्ज़िक्यूटिव ऑफिसर, शिलॉन्ग म्यूनिसिपल बोर्ड), आर. बुदनाह, बी. नोंगरम (एक्ज़िक्यूटिव इंजीनियर्स, शहरी कार्य विभाग) और स्वच्छ भारत मिशन से जुड़े अन्य अधिकारी शामिल थे।
इसके अलावा ब्राण्ड एम्बैसडर जेस्सी लिंगदोह, शिक्षक, एनएसएस स्वयंसेवक और स्वयं सहायता समूह के सदस्य भी उपस्थित रहे।