
मेघालय कलेक्टिव्स ऑर्गेनिक” ब्रांड लॉन्च, चार अहम समझौतों पर हस्ताक्षर
नई दिल्ली, दिव्यराष्ट्र मेघालय ने देश के सबसे बड़े खाद्य प्रसंस्करण आयोजन वर्ल्ड फूड इंडिया2025 में ‘फार्म से ग्लोबल मार्केट’ तक की अपनी उल्लेखनीय यात्रा प्रस्तुत कर सबका ध्यान आकर्षित किया। 25 से 28 सितम्बर तक नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित इस कार्यक्रम में मेघालय ने फोकस स्टेट के रूप में हिस्सा लिया, जहाँ राज्य ने अपनी प्रमुख पहलों की झलक दिखाई और चार महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए। समुदाय-आधारित मॉडल और वैश्विक बाज़ार के लिए तैयार आपूर्ति श्रृंखला पर आधारित यह प्रगति मेघालय को एक प्रमुख ऑर्गेनिक फूड प्रोसेसिंग हब के रूप में स्थापित करती है।
“मेघालय की प्रगति भारत के खाद्य क्षेत्र का भविष्य तय करेगी”: चिराग पासवान
कार्यक्रम में उपस्थित केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान ने राज्य के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा,“मैं मेघालय की यात्रा का साक्षी बनकर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूँ। मुख्यमंत्री कॉनराड के. संगमा के नेतृत्व में राज्य ने स्थायित्व और ऑर्गेनिक उत्पादों को बढ़ावा देने में जो उल्लेखनीय प्रगति की है, वह सराहनीय है। विशेष रूप से लखाडोंग हल्दी जैसे उत्पादों की वैश्विक पहचान मेघालय की उपलब्धियों का प्रमाण है। मुझे विश्वास है कि अन्य राज्य भी इस मॉडल से सीख सकते हैं। भारत सरकार मेघालय को आगे बढ़ाने और किसानों को सशक्त बनाने के लिए हर संभव सहायता जारी रखेगी।”
मुख्यमंत्री कॉनराड के. संगमा ने इस अवसर पर कहा“मैं राज्य के स्वयं सहायता समूहों और संस्थाओं से आग्रह करता हूँ कि वे इस तरह के आयोजनों का लाभ उठाएं। सरकार अवसरों के द्वार खोल सकती है, लेकिन उन्हें सफलता में बदलने की क्षमता, मेहनत और प्रेरणा आपको ही लानी होगी।”
विश्व फ़ूड इंडिया 2025- भारत के खाद्य क्षेत्र का वैश्विक मंच:
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटित वर्ल्ड फूड इंडिया 2025 में 90 से अधिक देशों के नीति निर्धारक, निवेशक, प्रमुख खाद्य कंपनियाँ, एग्री-टेक इनोवेटर और लॉजिस्टिक्स विशेषज्ञ एकत्र हुए। 1 लाख वर्गमीटर में फैले इस आयोजन में 2000+ प्रदर्शक, 500+ अंतरराष्ट्रीय खरीदार और कई विषयगत सत्र शामिल रहे।
मेघालय पवेलियन- प्राकृतिक समृद्धि और नवाचार की झलक:
केंद्रीय मंत्री पासवान और मुख्यमंत्री संगमा द्वारा उद्घाटित मेघालय पवेलियन ने निवेशकों, खुदरा विक्रेताओं और एग्री-टेक कंपनियों का ध्यान आकर्षित किया। पवेलियन में राज्य की जैविक खेती परंपरा, मूल्य श्रृंखला नवाचार और निवेश-तैयार पारिस्थितिकी तंत्र को प्रदर्शित किया गया।
रणनीतिक बढ़त- स्वाभाविक रूप से जैविक, विश्वस्तरीय गुणवत्ता:
स्वच्छ पहाड़ियों और पारंपरिक कृषि पद्धतियों से समृद्ध मेघालय ऑर्गेनिक उत्पादों की वैश्विक मांग को पूरा करने के लिए अनुकूल स्थिति में है। राज्य की ऑर्गेनिक मिशन 2024-28 के तहत 2028 तक 1 लाख हेक्टेयर भूमि को जैविक प्रमाणित करने का लक्ष्य रखा गया है, जिसके लिए ₹250 करोड़ का निवेश प्रस्तावित है।
अब तक की उपलब्धियाँ:
* 24,000 हेक्टेयर से अधिक भूमि जैविक प्रमाणित
* 40,400 से अधिक किसान जैविक मूल्य श्रृंखला से जुड़े
* 240 किसान उत्पादक संगठनोंका गठन और रूपांतरण
निवेश और अवसंरचना: सीपीपीपी मॉडल और प्राइम हब्स : कम्युनिटी पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (सीपीपीपी) मॉडल के तहत समुदाय की भागीदारी, सरकारी निवेश और निजी क्षेत्र की तकनीक को जोड़कर मेघालय ने खाद्य प्रसंस्करण ढांचे में क्रांतिकारी परिवर्तन किया है।
मुख्य उपलब्धियाँ*
* 2024-25 में 8 प्राइम हब्स संचालन में, ₹220+ करोड़ निवेश, 6,000 किलोग्राम प्रसंस्करण क्षमता, 15,000 किसानों को लाभ, 1,540 रोजगार सृजित
* 2027-28 तक 40 और 2031-32 तक 55 हब्स का लक्ष्य, ₹550+ करोड़ निवेश, 3,00,000 किलोग्राम प्रसंस्करण क्षमता, 3.4 लाख किसानों को लाभ, 11,200 से अधिक रोजगार
* राज्य भर में 40 बड़े और 540+ सूक्ष्म प्रसंस्करण इकाइयाँ स्थापित
मेघालय कलेक्टिव्स – ऑर्गेनिक” ब्रांड लॉन्च*
मेघालय ने लकड़ोंग हल्दी, सोहियोंग, खासी मंदारिन और क्यू अनानास जैसे उच्च मूल्य वाले उत्पादों को एकीकृत पहचान देने के लिए मेघालय कलेक्टिव्स – ऑर्गेनिक” ब्रांड लॉन्च किया। यह ब्रांड किसानों को प्रमाणित उत्पादन, ट्रेसबिलिटी और गुणवत्ता के साथ घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक पहुँच सुनिश्चित करेगा।