अपने ऑपरेशंस में सस्टेनेबिलिटी और कम्युनिटी एंगेजमेंट की प्रतिबद्धता के तहत मैकडॉनल्ड्स इंडिया – नॉर्थ एंड ईस्ट ने नई और अनूठी पहल की है। कंपनी ने अपने आउट-ऑफ-होम (ओओएच) मार्केटिंग मैटेरियल से बच्चों के लिए स्कूल बैग बनाए हैं। प्लास्टिक वेस्ट् कम करने की इस पहल को ओएमडी इंडिया के साथ मिलकर संचालित किया जा रहा है।
बढ़ते प्लास्टिक प्रदूषण के संकट का सामना करने के लिए दुनियाभर के ब्रांड प्रयासरत हैं और प्लास्टिक का प्रयोग कम करने की दिशा में काम कर रहे हैं। मैकडॉनल्ड्स इंडिया – नॉर्थ एंड ईस्ट ने इस दिशा में आउट-ऑफ-होम विज्ञापनों को लेकर अग्रणी पहल की है।ब्रांड इस तथ्य को माना है कि बिलबोर्ड में प्रयोग होने वाले नॉन-बायोडिग्रेडेबल पॉलीमर (न गलने वाला प्लास्टिक) सेप्लास्टिक वेस्ट बढ़ता है।
इस पहल को लेकर मैकडॉनल्ड्स इंडिया – नॉर्थ एंड ईस्ट के मैनेजिंग डायरेक्टर राजीव रंजन ने कहा, ‘सस्टेनेबिलिटी की दिशा में हमारे प्रयास समाज को स्वच्छ रखने, आने वाली पीढ़ियों के लिए धरती को सुरक्षति रखने और लंबी अवधि में हमारे बिजनेस रेजिलिएंस को समर्थन देने पर केंद्रित हैं।हम प्लास्टिक वेस्ट को कम करने के लिए नए तरीके अपना रहे हैं। हम ज्यादा सस्टेनेबल (पर्यावरण के अनुकूल) मैटेरियल का प्रयोग कर रहे हैं, जिससे समाज में अर्थपूर्ण योगदान दे सकें। बिलबोर्ड मैटेरियल से स्कूल बैग बनाना हमारे लक्ष्य पूरे करने का इनोवेटिव एवं प्रभावशाली तरीका है।यह न केवल पर्यावरण के अनुकूल प्रक्रियाओं को मजबूत करने की दिशा में हमारी उल्लेखनीय पहल है, बल्कि समाज पर सकारात्मक प्रभाव डालने की दिशा में हमारा समर्पण भी दिखाता है।’
एनजीओ चाइल्ड सर्वाइवल इंडिया के साथ साझेदारी में मैकडॉनल्ड्स ने इस तरह के 2000 से ज्यादा स्कूल बैग 5 से 18 साल के बच्चों के बीच बांटे हैं। यह जरूरतमंद बच्चों के बीच खुशी एवं उत्साह लाने की पहल है। स्टाइल एवं यूटिलिटी के मेल से बनाए गए इन स्कूल बैग का डिजाइन ऐसा है, जो खूबसूरती और फंक्शनैलिटी दोनों में खास है। यह बैग स्कूली बच्चों के लिए किसी एसेट जैसा है, साथ ही याद दिलाता है कि जागरूकता और लगातार प्रयास से कैसे सकारात्मक बदलाव लाए जा सकते हैं।
आकर्षक स्कूल सप्लाई और स्कूली बच्चों के लिएखास उपहार होने के साथ-साथ यह पहल हमें याद दिलाती है कि लगातार प्रयासों से कैसे अच्छे परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं। इस पहल के माध्यम से कंपनी नेवेस्ट कम करने और सस्टेनेबल कल्चर को बढ़ावा देने की दिशा में अपने लक्ष्य को आगे बढ़ाया है, जिससे समाज पर लंबी अवधि में सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।