भारत के सबसे बड़े स्माल फ़ाईनेन्स बैंक (एस.एफ.बी.), एयू एस.एफ.बी.,ने आज घोषणा की कि ‘एयू बनो चैम्पियन’ पहल के अंतर्गत प्रशिक्षित एक खिलाड़ी, ‘मुस्कान’, ने 6वें खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2023 में रजत पदक हासिल किया है। इस उपलब्धि के साथ, बन्सरा गाँव, किशनगढ़ बास (अलवर) की 16 वर्षीय मुस्कान ने भारत सरकार से 20 लाख रुपये की छात्रवृत्ति प्राप्त की है। उन्होंने 4 मिनट 34 सेकंड के रिकॉर्ड समय में 1500 मीटर दौड़ में जीत हासिल की है, जो अब तक खेलो इंडिया यूथ गेम्स में सबसे अच्छे रिकॉर्ड को पार कर चुका है। यह छात्रवृत्तियां खेलो इंडिया यूथ गेम्सप्रतिवर्ष 1000 युवा खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं के लिए तैयार करने के लिए प्रदान करता है।
एक किसान और श्रमिक के बेटी, मुस्कान, का स्पोर्ट्स की दुनिया से परिचय दो साल पहले हुआ,जब उन्होंने ‘AU बनो चैम्पियन’ प्रशिक्षण कार्यक्रम में ट्रेनिंग प्रारम्भ की। उनके कोच, शाहरुख खान, ने उन्हें दो साल तक उन्नत खेल सामग्री के साथ प्रशिक्षित किया जोकि एयूबनो चैम्पियन’ कार्यक्रम में ट्रेनिंग ले रहे हर युवा को उपलब्ध कराई जाती हैं।मुस्कान की यह उपलब्धि जमीनीस्तरपर खेल प्रशिक्षण की परिवर्तनकारी शक्ति का उल्लेखनीयप्रमाणहै और यही शक्ति एयू स्माल फ़ाईनेन्स बैंक अक्टूबर 2021 से ‘एयू बनो चैम्पियन’ प्रोग्राम द्वारा पिछड़े क्षेत्रों को प्रदान कर रहा है।
अपनी उपलब्धि के बारे में बात करते हुए,मुस्कान ने कहा, “मेरे पिताजी मेरे लिए खेल प्रशिक्षण का खर्चा वहन नहीं कर सकते थे। लेकिन, जब एयू फाउंडेशन की इस पहल के बारे में पता चला तो मुझे शाहरुख सर से प्रशिक्षण लेने का अवसर मिला। यह प्रोग्राम मेरे लिए मेरे सपनों को हकीकत में बदलने का एक माध्यम बना। ‘एयू बनो चैम्पियन’ ने मुझे उन खेल सामग्रियों का उपयोग करने का अवसर दिया जो की मैं कभी खरीद नहीं सकती थी। अब, इस प्रोग्रामके कारणमैंने खेलो इंडिया यूथ गेम्स में एक पदक जीता है और एशियाई चैम्पियनशिप के लिए भी क्वालीफाई किया है। जूनियर नेशनल्स से लेकर मैं यहाँ तक पहुंची हूँ और ऐसे ही एयू फाउंडेशन का सहयोग मुझे आगे भी मिलता रहा, तो मैं निश्चित रूप से भविष्य में भारत के लिए एक पदक जीतूँगी।”
बनो चैम्पियन‘ प्रोजेक्ट-‘मैदान से मंज़िल तक‘ एयू स्माल फ़ाईनेन्स बैंक काएक कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (सी. एस.आर.) का प्रोग्राम, जो अक्टूबर 2021 में शुरू किया गया। इसका उद्देश्य है ग्रामीण युवाओं को अथलेटिक्स, फुटबॉल, थ्रोबॉल, वॉलीबॉल, और स्थानीय पसंदगी के खेलों में मार्गदर्शित खेल प्रशिक्षण प्रदान करना है। इस कार्यक्रम ने शीघ्र ही बदलाव की लहर सी चला दी जिसने राजस्थान के 22 जिलों में 64 ग्रामीण और अर्ध-शहरी स्थानों पर 8000 बच्चों के जीवन को प्रभावित किया है। इस पहल को विभिन्न क्षेत्रों, सेक्टोरीयल विशेषज्ञों, संघ संगठनों,और सरकार सहित विभिन्न क्षेत्रों से समर्थन भी प्राप्त हुआ है।
पिछले दो वर्षों में इस कार्यक्रम ने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी तैयार किए हैं। 59 खिलाड़ियों ने स्कूल गेम्स फेडरेशन औफ़ इंडिया (एस.जी.एफ.आई.) के लिए क्वालीफाई किया, जिसमें दो सिकर के लड़के शामिल हैं जो 2023 दिसम्बर में राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के लिए चयनित हुए। किशनगढ़ बास से एक खिलाड़ी ने विश्व जूनियर एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के लिए क्वालीफाई किया है और 31 युवा अगले महीने होने वाले 19वें नैशनल इंटर डिस्ट्रिक्ट जूनियर एथलेटिक्स मीट के लिए क्वालीफाई हो चुके हैं।
इस महीने के अंत में जयपुर में होने वाले एयू बनो चैम्पियन’ के दूसरे राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगिता में चमकने के लिए कई नयी स्पोर्ट्स प्रतिभाएँ तैयार हैं।