प्रोजेक्ट शक्ति: महिलाओं को मिला हुनर और आत्मनिर्भरता का अवसर”
जयपुर , दिव्यराष्ट्र/ बादल महल के ऐतिहासिक प्रांगण में खुशियों की गूंज सुनाई दी, प्रिंसेस दिया कुमारी फाउंडेशन और जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी की साझेदारी में ‘प्रोजेक्ट शक्ति’ के तहत 150 से अधिक महिलाओं और लड़कियों को कौशल विकास पाठ्यक्रम सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए सर्टिफिकेट्स प्रदान किए गए।राजस्थान की उपमुख्यमंत्री प्रिंसेस दिया कुमारी और प्रिंसेस गौरवी कुमारी के नेतृत्व में प्रोजेक्ट शक्ति महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उन्हें रोजगार के लिए तैयार करने का प्रयास है। महिलाओं के लिए नि:शुल्क टेलरिंग और डिजिटल साक्षरता (कंप्यूटर) पाठ्यक्रम आयोजित किए गए, जिनसे महिलाओं को तकनीकी और व्यावहारिक कौशल सीखने का अवसर मिला।
इस कार्यक्रम में प्रमुख अतिथियों में प्रिंसेस गौरवी कुमारी, रमा दत्त (ट्रस्टी, प्रिंसेस दिया कुमारी फाउंडेशन), और धीमंत अग्रवाल (डायरेक्टर, डिजिटल स्ट्रेटेजी, जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी) उपस्थित रहे। उन्होंने कौशल विकास को महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का मुख्य माध्यम बताया।
प्रिंसेस गौरवी कुमारी ने कहा, “ये पाठ्यक्रम केवल कौशल सीखने तक सीमित नहीं हैं, बल्कि महिलाओं को अपने भविष्य को सुरक्षित और उज्जवल बनाने के अवसर प्रदान करते हैं।
“500 से अधिक महिलाओं के जीवन
प्रोजेक्ट शक्ति ने अब तक 500 से अधिक महिलाओं और लड़कियों के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया है। कौशल विकास के साथ-साथ यह पहल रोजगार सहायता भी प्रदान करती है, जिससे महिलाएं अपने सीखे हुए कौशल को व्यावहारिक रूप में लागू कर सकती हैं।
कार्यक्रम में धीमंत अग्रवाल ने कहा, “आज के समय में कुशल होना केवल एक गुण नहीं, बल्कि एक आवश्यकता है। प्रोजेक्ट शक्ति सुनिश्चित करता है कि महिलाएं न केवल अपने परिवार बल्कि समाज में भी महत्वपूर्ण योगदान दे सकें।
“कार्यक्रम का समापन प्रेरणादायक संदेशों और महिलाओं के उज्जवल भविष्य की कामना के साथ हुआ। प्रोजेक्ट शक्ति जैसी पहलों के माध्यम से राजस्थान महिलाओं के सशक्तिकरण में एक नई पहचान बना रहा है।
प्रोजेक्ट शक्ति का उद्देश्य आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना और रोजगार सहायता प्रदान करना है।