दिव्या राष्ट्र, मुंबई: कोटक महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड (“KMAMC” / “कोटक म्यूचुअल फंड”) ने 10 जून 2024 को कोटक स्पेशल अपॉर्चुनिटीज फंड के लॉन्च की घोषणा की है। यह एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम है, जो विशेष स्थितियों की थीम पर आधारित है। यह स्कीम सब्सक्रिप्शन के लिए 10 जून से खुली है और 24 जून, 2024 को बंद हो जाएगी।
यह फंड निवेशकों को विशेष परिस्थितियों की थीम पर निवेश करने का अवसर प्रदान करेगा। किसी अर्थव्यवस्था, इंडस्ट्री या कंपनी की यात्रा के दौरान कई चुनौतियां आती हैं। ये चुनौतियां अनिश्चितताओं को जन्म देती हैं और साथ ही कई अवसरों को भी जन्म देती हैं। कोटक स्पेशल अपॉर्चुनिटीज फंड का लक्ष्य इन अवसरों का लाभ उठाना है।
कोटक स्पेशल अपॉर्चुनिटीज फंड के साथ, केएमएएमसी का लक्ष्य अलग अलग विशेष स्थितियों जैसे कंपनी स्पेसिफिक घटनाओं, कॉरपोरेट रिस्ट्रक्चरिंग, सरकारी नीति में परिवर्तन, रेगुलेटरी बदलाव, टेक्नोलॉजी के कारण व्यवधान या अस्थायी लेकिन अनूठी चुनौतियों से गुजरने के दौरान फायदा लेने वाली कंपनियों की इक्विटी और इक्विटी से संबंधित प्रतिभूतियों में निवेश के माध्यम से लंबी अवधि में पूंजी में बढ़ोतरी करना है। फंड मार्केट कैपिटलाइजेशन में ऐसे अवसरों की तलाश करेगा। चूंकि ऐसे अवसर अलग अलग सेक्टर में पैदा हो सकते हैं, इसलिए पोर्टफोलियो में विविधता यानी डाइवर्सिफिकेशन आने की संभावना है।
केएमएएमसी के मैनेजिंग डायरेक्टर, नीलेश शाह ने कहा कि एक बढ़ते बाजार के रूप में भारत लगातार बदल रहा है और गतिशील है, जिससे कई विशेष अवसर पैदा हो रहे हैं। उदाहरण के लिए, पीएलआई के लॉन्च और चीन+1 की तलाश कर रही दुनिया ने भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के लिए एक अवसर पैदा किया। एक इसी तरह का अवसर उस कंपनी में भी उत्पन्न हो सकता है, जो भविष्य में ग्रोथ की संभावना को बेहतर बनाने के उद्देश्य से प्रबंधन में बदलाव देखती है।
विशेष स्थितियों द्वारा निकले ये अवसर किसी भी आकार की कंपनियों में हो सकते हैं, चाहे वे लार्ज कैप, मिड कैप या स्मॉल कैप हों। हमारा फंड किसी मार्केट कैप या सेक्टर तक सीमित नहीं है। यही फ्लेक्सिबिलिटी हमें अवसर तलाशने और उनमें निवेश करने की अनुमति देता है, चाहे वे कहीं भी हों।
इस फंड का प्रबंधन देवेंदर सिंघल – फंड मैनेजर द्वारा किया जाएगा, जिनके पास भारतीय इक्विटी बाजार में इंडस्ट्री का 22 साल से अधिक का अनुभव है। वह 15 साल से अधिक समय से कोटक एएमसी के साथ काम कर रहे हैं और अतीत में कंज्यूमर, ऑटो और मीडिया एनालिस्ट रहे हैं।
केएमएएमसी के फंड मैनेजर, देवेंद्र सिंघल ने कहा कि किसी कंपनी का मार्ग पॉलिसी में बदलाव, विलय और अधिग्रहण, इंडस्ट्री कंसोलिडेशन, मैनेजमेंट में बदलाव जैसी कई घटनाओं से प्रभावित हो सकता है। उदाहरण के लिए, सीमेंट सेक्टर इंडस्ट्री कंसोलिडेशन या रियल एस्टेट पर रेरा के प्रभाव को महसूस कर रहा है। कोटक स्पेशल अपॉर्चुनिटीज फंड ऐसी विशेष स्थितियों की तलाश पर फोकस करता है। विशेष परिस्थितियों में अनिश्चित घटनाओं के प्रभाव का आकलन करने और उनसे लाभ उठाने के लिए प्रोफेशनल विश्लेषण की आवश्यकता होती है।