– केराकोल ने जयपुर में 260 करोड़ रुपये का इन्वेस्टमेंट किया।
जयपुर दिव्यराष्ट्र/ – सस्टेनेबल बिल्डिंग सोल्यूशन में दुनिया की अग्रणी कंपनी केराकोल ने जयपुर, राजस्थान में अपनी नई फैक्ट्री शुरू करने की घोषणा की है। €25 मिलियन (करीब 260 करोड़ रुपये) के इन्वेस्टमेंट के साथ, यह फैक्ट्री भारत में कंपनी की मौजूदगी बढ़ाने और पर्यावरण के अनुकूल, नए कंस्ट्रक्शन सोल्यूशन को आगे बढ़ाने की उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
यह नई फैक्ट्री महिंद्रा वर्ल्ड सिटी में बनी है, जो महिंद्रा ग्रुप और रीको की साझेदारी का हिस्सा है। यह 51,000 वर्ग मीटर में फैली हुई है और इसका संभावित कारखाना क्षेत्र 28,000 वर्ग मीटर है। यह आधुनिक फैक्ट्री केराकोल की उत्पादन क्षमता बढ़ाएगी, जिससे कंपनी उत्तर भारत में तेजी से अपना कारोबार बढ़ा सकेगी।
इस प्लांट की शुरुआती एनुअल प्रोडक्शन कैपेसिटी 1,50,000 टन है, और इसे इस तरह बनाया गया है कि जरूरत पड़ने पर इसका प्रोडक्शन दोगुना किया जा सके। इससे कंपनी भविष्य में बढ़ती मांग को आसानी से पूरा कर सकेगी। केराकोल की भारत में पहले से ही मजबूत प्रोडक्शन कैपेसिटी है, जिसमें दो मौजूदा फैक्ट्रियां और कई विनिर्माण साझेदार शामिल हैं।
केराकोल में एशिया पेसिफिक के रीजनल डायरेक्टर श्री अहज़म जावेद ने कहा, “हम जयपुर में अपनी नई, आधुनिक फैक्ट्री शुरू करके बहुत उत्साहित हैं। यह भारत में टिकाऊ और नए निर्माण समाधानों की दिशा में हमारा एक महत्वपूर्ण कदम है। यह प्लांट न केवल हमारी उत्पादन क्षमता बढ़ाएगा, बल्कि हमारे अनोखे ‘प्लेटफ़ॉर्म’ विचार को भी आगे बढ़ाएगा, जिससे हम निर्माण क्षेत्र में बेहतर सेवाएं दे सकेंगे। जयपुर में इस नई फैक्ट्री के जरिए हम अपने ग्राहकों के और करीब होंगे, जिससे भारतीय बाजार में हमारी पकड़ मजबूत होगी और देश के बढ़ते इंफ्रास्ट्रक्चर विकास में हमारा योगदान बढ़ेगा।”
नया प्लांट केराकोल की पर्यावरण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है और इसमें कई आधुनिक इको-फ्रेंडली सुविधाएँ शामिल हैं।इसमें 900 केवीए का सोलर प्लांट है, जिससे हर साल 1,500 टन कार्बन उत्सर्जन कम होगा। यहां वर्षा जल संचयन प्रणाली लगी है, जो हर साल 840 क्यूबिक मीटर पानी जमा करती है। फैक्ट्री की एक-तिहाई जमीन पर 1,600 से ज्यादा पेड़ लगाए गए हैं, जिसमें मियावाकी जंगल भी शामिल है। यह प्लांट प्राकृतिक रोशनी और ठंडक के लिए खास डिज़ाइन किया गया है, जिससे ऊर्जा की बचत होगी। यहाँ 100% बैटरी से चलने वाले फोर्कलिफ्ट का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे पर्यावरण पर कम असर पड़ेगा और कामकाज में ज्यादा दक्षता आएगी।
वडोदरा में मौजूदा सुविधा और जयपुर में नया शुरू किया गया प्लांट कंपनी के बिजनेस ऑब्जेक्टिव को स्पोर्ट देने और भारत के उभरते इन्फ्रास्ट्रक्चर के परिदृश्य में योगदान देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।