जारो इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट एंड रिसर्च लिमिटेड, ऑनलाइन माध्यमों से उच्च शिक्षा उपलब्ध कराने वाली अग्रणी कंपनियों में से एक है, और कंपनी ने अपने आईपीओ से पहले की फंडिंग राउंड में बड़े निवेशकों से 115 करोड़ रुपये का निवेश प्राप्त करने में सफलता पाई है।
इस राउंड में कंपनी में निवेश करने वाले प्रमुख निवेशकों में सुनील सिंघानिया के एबक्कस डायवर्सिफाइड अल्फा फंड, मधु केला के सिंगुलैरिटी ग्रोथ ऑपर्च्युनिटीज फंड एवं सिंगुलैरिटी इक्विटी फंड, और शुभकाम वेंचर्स के साथ-साथ पॉलीकैब के फैमिली ऑफिस शामिल हैं। इनके अलावा, रेयर एंटरप्राइजेज के उत्पल शेठ, सुप्रीम इंडस्ट्रीज के फैमिली ऑफिस और देवेन चोकसी ने भी आईपीओ से पहले कंपनी में निवेश किया है।
कंपनी ने अपने आने वाले आईपीओ के ज़रिए 450 करोड़ जुटाने की योजना बनाई है। उम्मीद है कि यह आईपीओ इसी महीने में जारी होगा। 31 मार्च, 2025 को समाप्त वर्ष के आंकड़ों की बात करें, तो इस दौरान जारो एजुकेशन ने 254.02 करोड़ का निवल राजस्व और 51.67 करोड़ का कर अदायगी के बाद लाभ (पीएटी) दर्ज किया था। कंपनी ने 10 के अंकित मूल्य वाले प्रति शेयर पर 10 प्रतिशत लाभांश देने की भी घोषणा की है।
जारो एजुकेशन ने विभिन्न शिक्षण संस्थानों के साथ मज़बूत साझेदारी की है और फिलहाल ये संगठन 7 आईआईटी, और 7 आईआईएम के अलावा सिम्बायोसिस, एमिटी, मणिपाल, लोयोला कॉलेज, वेलिंगकर इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट और भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) जैसे 22 से ज़्यादा जाने-माने विश्वविद्यालयों के साथ काम करता है। कंपनी के साथ जुड़े प्रमुख आईआईएम एवं आईआईटी में आईआईएम अहमदाबाद, आईआईएम कोझिकोड, आईआईएम मुंबई, आईआईएम इंदौर, आईआईएम तिरुचिरापल्ली, आईआईटी मद्रास, आईआईटी दिल्ली, आईआईटी गुवाहाटी, आईआईटी मुंबई और आईआईटी कानपुर शामिल हैं।