जयपुर, दिव्यराष्ट्र/ जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, जयपुर ने संयुक्त राष्ट्र प्रिंसिपल्स फॉर रिस्पॉन्सिबल मैनेजमेंट एजुकेशन (यूएनपीआरएमई) जयपुर रीजनल हब का नेतृत्व करके एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। यह पहल, संस्थान की नैतिकता और प्रबंधन शिक्षा में स्थिरता के प्रति प्रतिबद्धता में एक मील का पत्थर है। एसपीजेआईएमआर में एसोसिएट प्रोफेसर और यूएनपीआरएमई इंडिया चैप्टर के प्रमुख डॉ. चंद्रिका परमार ने डॉ. प्रभात पंकज, निदेशक, जयपुरिया, जयपुर को प्रतिबद्धता पत्र औपचारिक रूप से सौंपा।
इस अवसर पर, डॉ. परमार ने छात्रों को “यूएनपीआरएमई के बारे में जानना: इंडिया चैप्टर यात्रा’ विषय पर संबोधित किया। इसमें प्रबंधन शिक्षा में नैतिकता और स्थिरता की महत्वपूर्ण आवश्यकता पर जोर दिया गया। उन्होंने छात्रों को सामाजिक परिवर्तन को बढ़ावा देने के लिए स्वामित्व लेने और खुद को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। सत्र में “बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट” गतिविधि भी शामिल थी जिसमें जयपुरिया, जयपुर के छात्रों ने भाग लिया। इस आयोजन का समन्वय डॉ. वरुण चोटिया और डॉ. ओम कुमारी आर. ने किया।
एक अलग सत्र “जयपुरिया पूर्व छात्रों के साथ बातचीत: अगर मुझे फिर से जयपुरिया का छात्र बनने का अवसर मिलता’ में पूर्व छात्रों ने अपने अनुभव और विचार साझा किए। पैनल में अर्नब घोष, मार्केटिंग मैनेजर, गोदरेज एंड बॉयस मैन्युफैक्चरिंग कंपनी लि., विशाल सावलानी, सेल्स स्पेशलिस्ट, अमेज़ॅन, आयुष भटनागर, सेल्स ऑपरेशंस और प्रोडक्ट स्ट्रेटेजी, वीवो इंडिया और रिधिका तिवारी, कंप्लायंस कंसल्टेंट, एजेएमएस ग्लोबल शामिल थे। इस सत्र का संचालन डॉ. लोकेश विजयवर्गीय, एलुमनी चेयर ने किया।
इसका समापन “अपने सफलता की रणनीति बनाएं : कैंपस से कॉर्पोरेट तक’ सत्र से हुआ। इसका नेतृत्व पल्लवी शॉम, मुख्य संचालन अधिकारी, बीएनवाई मेलन ने किया। इस सत्र का संचालन डॉ. हिमांशी पांडे, जयपुरिया इंस्टीट्यूट के फैकल्टी सदस्य ने किया ।