योग के माध्यम से विश्व शांति के प्रयासों को गति मिलेगी – आचार्य लोकेश
नई दिल्ली, दिव्यराष्ट्र/ अहिंसा विश्व भारती एवं विश्व शांति के केंद्र के संस्थापक जैन आचार्य लोकेश ने इंडियन योग एसोसिएशन (आईवाईए) द्वारा अहिंसा योग एवं मेडिटेशन सेंटर में आयोजित योग के विशेष सत्र को ऑनलाइन व ऑफलाइन माध्यम से संबोधित किया|
आचार्य लोकेश ने सत्र को संबोधित करते हुये कहा कि योग एवं ध्यान के माध्यम से विश्व शांति के प्रयास तेज गति के आगे बढ़ सकते है| योग के द्वारा वैयक्तिक व सामाजिक समरसता, शारीरिक स्वास्थ्य, मानसिक शांति एवं आध्यात्मिक आनंद की अनुभूति हो सकती है | योग धर्म, अध्यात्म, मानवता एवं विज्ञान की प्रत्येक कसौटी खरा उतरता है | अष्टांग योग में जीवन के सामान्य व्यवहार से लेकर ध्यान एवं समाधी सहित आध्यात्म की उच्च अवस्थाओं का अनुपम समावेश है |
जैन आचार्य लोकेश ने कहा कि योग वैश्विक शांति, भाईचारे और आपसी सद्भाव की दृष्टि से अत्यंत महत्त्वपूर्ण है | वसुधैव कुटुंबकम का संदेश देते हुये भारत भूमि की समृद्ध विरासत के रूप में विद्यमान योगशास्त्र में विश्व शांति के लिए अनेक विचार उपलब्ध है । योग साधना का सबसे महत्पूर्ण उद्देश्य है कि योग वैश्विक स्तर पर विभिन्न देशों के मध्य मैत्री, सद्भाव, बंधुत्व को स्थापित करने में अपनी सक्रीय भूमिका निभाये।
आचार्या लोकेश ने आईवाईए के मंथन – मासिक शैक्षिक शृंखला के अंतर्गत विशेष सत्र ‘योग के माध्यम से विश्व शांति’ में अनेक योगिक क्रियाओं और ध्यान के अभ्यास कराये, ऑनलाइन व ऑफलाइन सत्र में योगाचार्य देव चंद्र सहित अनेक लोगो ने इसका लाभ उठाया | इस अवसर पर आईवाईए की भावना पुरी ने आचार्यश्री का परिचय प्रस्तुत किया, विनोद कश्यप ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया |