Home समाज आचार्य लोकेशजी के सानिध्य में “जैन अभिनव दीक्षा महोत्सव” सम्पन्न

आचार्य लोकेशजी के सानिध्य में “जैन अभिनव दीक्षा महोत्सव” सम्पन्न

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भगवान महावीर दर्शन से प्रकृति व संस्कृति का संरक्षण संभव – राज्यपाल गुजरात

आचार्यश्री ने वैश्विक स्तर पर जैन धर्म और भारतीय संस्कृति का गौरव बढ़ाया – हर्ष संघवी गृहमंत्री*

अहमदाबाद/दिव्यराष्ट्र/: अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक एवं विश्व शांति केंद्र के संस्थापक आचार्य लोकेश के सानिध्य में अहमदाबाद में जैन अभिनव दीक्षा सानन्द संपन्न हुई| अभिनव दीक्षा समारोह में मुख्य अतिथि गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत , गुजरात के गृहमंत्री हर्ष संघवी ने आचार्य लोकेश के कर कमलों से दीक्षित हुए मुमुक्षु चेतन को शुभकामनायें दी |सरदार वल्लभ भाई पटेल स्मारक (पुराना राजभवन) मे आयोजित कार्यक्रम में ‘भगवान महावीर दर्शन से प्रकृति व संस्कृति संरक्षण और संवर्धन’ राष्ट्रीय संगोष्ठी में समसामयिक चर्चा हुई।

गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने राष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित करते हुये कहा कि भगवान महावीर दर्शन से प्रकृति व संस्कृति का संरक्षण संभव है | उन्होने कहा कि गुरु शिष्य परंपरा ने हजारों वर्षों से हमारी धार्मिक अस्थाओं, संकृतिक परम्पराओं को जीवंत रखा हुआ है | राज्यपाल ने कहा कि जैविक खेती पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम है। उन्होने कहा कि आचार्य लोकेश भारतीय संस्कृति व पर्यावरण संरक्षण के लिए जो कार्य किया है वह सराहनीय है।

जैन आचार्य लोकेश ने कहा कि जैन धर्म के 22वें तीर्थंकर भगवान अरिष्ठनेमि जो भगवान कृष्ण का चचेरा भाई थे उनकी पावन जन्म भूमि सौरीपुर बटेश्वर क्षेत्र में जन्मे मुमुक्षु चेतन को दीक्षित करते हुये मुझे बेहद प्रसन्नता हो रही है | भीम राव अम्बेडेकर विश्वविद्यालय, वर्कतुल्ला विश्वविद्यालय, गोआ विश्वविद्यालय एवं गोआ राजभवन में सैद्धांतिक एवं प्रोगात्मक योग सीखाने के बाद अब मुमुक्षु चेतन विश्व शांति केंद्र के मध्यम से भगवान महावीर दर्शन को जनमानस तक लेकर जाएंगे|

गुजरात के गृहमंत्री हर्ष संघवी ने कहा कि जैन सिद्धांतों पर आधारित जीवन शैली अपननए से अनेक वैश्विक समस्याओं का समाधान संभव है | आचार्यश्री लोकेश ने भगवान महावीर के अहिंसा, अपरिग्रह, अनेकांत, करुणा, संयम के सिद्धांतों को विश्व जनमानस तक लेजकर जैन धर्म और भारतीय संस्कृति का गौरव बढ़ाया है |
मुमुक्षु चेतन ने कहा कि संयम आधारित जीवन शैली आत्मिक शांति के साथ सामाजिक समरसता का मार्ग भी प्रशस्त करती है |

अभिनव जैन दीक्षा समारोह एवं राष्ट्रीय संगोष्ठी में स्वामी नारायण सम्प्रदाय के प्रमुख व स्वामी माधवप्रिय दास, जैन दिगंबर परंपरा से क्षुल्लक योगभुषण जी, जैन श्वेतांबर परंपरा से विवेक मुनि जी, पद्मश्री डॉ कुमारपाल देसाई, श्रुत रत्नाकर के निर्देशक जितेंद्र शाह, समाजसेवी चन्द्र प्रकाश चौपड़ा संयोजक नरेश सालेचा, डॉ रूपकुमार अग्रवाल ने भी सभा को संबोधित किया। इस अवसर पर पी.आर. कांकरिया, लूणचंद कांकरिया, सम्पतराज चौधरी, बाबूलाल कवाड़, बजरंगलाल अग्रवाल, डॉ राकेश जोशी, ओमप्रकाश मेहता, डॉ विष्णु मित्तल, डॉ हसमुख अग्रवाल, भूपतराज कांटेर, किशोर जैन, रतनलाल हालावाला, अशोककुमार बाफना, श्री गौरांग भगत उपस्थित रहे |

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