
जयपुर, 8 अक्टूबर। युवाओं को डिजिटल माध्यम से सशक्त बनाने की दिशा में बुधवार को पूर्णिमा यूनिवर्सिटी में “जस्ट आस्क, खुले के पूछो!” विषय पर एआई आधारित चैटबॉट पर इंटरैक्टिव यूथ सेशन आयोजित किया गया। यह सेशन यूनिवर्सिटी के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग, लोक संवाद संस्थान और सीकोइडिकॉन द्वारा तथा यूएनएफपीए राजस्थान के सहयोग से आयोजित किया गया।
इस पहल का उद्देश्य युवाओं के लिए एक सुरक्षित, समावेशी और पूर्वाग्रह-रहित डिजिटल मंच तैयार करना है, जहाँ वे यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य अधिकारों से जुड़ी सही और भरोसेमंद जानकारी प्राप्त कर सकें। सेशन में लोक संवाद संस्थान के सचिव कल्याण सिंह कोठारी ने कहा कि डिजिटल तकनीक के माध्यम से युवाओं में लैंगिक समानता, जागरूकता और सशक्तिकरण के नए रास्ते खुल रहे हैं। यह पहल सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) की प्राप्ति में योगदान देती है, विशेषकर स्वास्थ्य, शिक्षा और लैंगिक समानता से जुड़े लक्ष्यों में।
यूएनएफपीए एवं सीकोइडिकॉन से संबद्ध सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ मनीष शर्मा ने विषय “एआई आधारित चैटबॉट – विशेषताएं एवं प्रभाव” पर प्रजेंटेशन के माध्यम से बताया कि “जस्ट आस्क, खुल के पूछो!” चैटबॉट एक एआई आधारित संवाद मंच है, जो युवाओं को किशोरावस्था, मासिक धर्म, लैंगिक पहचान, सुरक्षित यौन व्यवहार और गर्भनिरोध जैसे विषयों पर सरल, प्रमाणित और आयु-उपयुक्त जानकारी प्रदान करता है। यह मंच युवाओं को बिना झिझक और भय के प्रश्न पूछने का गोपनीय एवं विश्वसनीय माध्यम उपलब्ध कराता है।
इसके पश्चात प्रो. (डॉ.) संजीव भनावत, संचार एवं मीडिया विशेषज्ञ, पूर्व विभागाध्यक्ष, पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग, राजस्थान विश्वविद्यालय ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए “जस्ट आस्क, खुल के पूछो” चैटबॉट के उद्देश्य और सामाजिक महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने युवाओं में संवाद, समझ और जिम्मेदारी की भावना विकसित करने की आवश्यकता पर बल दिया।
कार्यक्रम के दौरान इंटरएक्टिव सेशन में स्टूडेंट्स ने अपने मोबाइल फोन के माध्यम से चैटबॉट का लाइव डेमो देखा और ऑन-द-स्पॉट रजिस्ट्रेशन किया। उन्होंने अनुभव किया कि यह चैटबॉट युवाओं को सुरक्षित और उपयोगी जानकारी तुरंत उपलब्ध कराता है। इसके बाद एसआरएचआर विषयों पर प्रश्नोत्तरी हुई, जिसका संचालन आशीष बक्शी (ह्यूमन रिसोर्स एवं पीआर कंसल्टेंट) और राजवी अरोड़ा (काउंसलर, साइकोलॉजिस्ट एवं लाइफ कोच) ने किया।
कार्यक्रम के दौरान कल्याण सिंह कोठारी, एवं प्रो. (डॉ.) संजीव भनावत के नेतृत्व में कैंपस एम्बेसडर्स को भी सम्मानित किया गया जिन्होंने अपने संस्थानों में इस चैटबॉट अभियान को बढ़ावा दिया। कार्यक्रम का समापन पर पूर्णिमा यूनिवर्सिटी की प्रो-प्रेजिडेंट प्रो. मंजरी राय, प्रो. जितेन्द्र शर्मा एवं डॉ. आस्था सक्सेना द्वारा अतिथियों को स्मृति चिह्न भेंट किए गए।